करनाल: रैली को रोकने के लिए बौखलाई पुलिस, मीटिंग कर रहे किसानों को मंडी में ही किया बंद

9/10/2020 1:46:03 PM

इंद्री(मैनपाल): पीपली रैली को लेकर भारतीय किसान यूनियन की मीटिंग इंद्री की नई अनाज मंडी में हुई जिसमें काफी संख्या में आढ़ती किसान व किसान यूनियन के सदस्य इकट्ठे हुए। रैली को लेकर रणनीति बनाई गई ,मंडी एसोसिएशन के प्रधान सतपाल सिंह ने बताया कि मंडी पूर्ण रूप से बंद करके आढ़ती, किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार द्वारा लाए गए तीन काले कानूनों को लेकर पीपली जिला कुरुक्षेत्र की अनाज मंडी में प्रदेश स्तरीय किसान यूनियन की मीटिंग मैं भाग लेने के लिए किसान यहां पर इकट्ठे हुए थे । लेकिन जैसे ही किसान पीपली के लिए कूच करने लगे तो पुलिस ने जबरन उनको मंडी में ही रोक दिया व मंडी के सभी गेट बंद कर दिए गए। उन्होंने बताया कि कोरोना की आड़ लेकर सरकार प्रदेश की जनता पर अत्याचार कर रही है ।

मंडी प्रधान सतपाल सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपने हकों की आवाज उठाने का अधिकार दिया गया है, लेकिन भाजपा सरकार एक तानाशाह सरकार बन चुकी है, लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रही है । किसानों को पुलिस द्वारा रैली में जाने से जबरदस्ती रोका गया है।  प्रदेश में तानाशाही शासन प्रणाली चल रही है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 3 अध्याय देश कोरोना के दौरान पास कर दिए गए हैं जिस कारण किसान और आढ़ती पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाएंगे । इन अध्याय देशों के माध्यम से पूंजीपति लोगों के द्वारा किसानों को लूटने की खुली छूट दी गई है ।  जबकि किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को लेकर किसी प्रकार का कोई भी कानून नहीं बनाया गया है । पूंजीपति अपनी मनमर्जी से किसान की फसल को खरीदेंगे । उन्होंने सरकार से मांग की है  न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए व कम मूल्य पर फसल खरीदने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए ।

थाना प्रभारी सतपाल सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर धारा 144 लगाई गई है जिसमें अधिक संख्या में आदमी इकट्ठे नहीं हो सकते और काफी देर से किसानों को महामारी को लेकर समझाने की कोशिश भी की गई, लेकिन किसान इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस रैली से काफी संख्या में लोग इकट्ठे होंगे जिस कारण किसानों के साथ साथ महामारी को लेकर आमजन को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

Isha