धान की खरीद न करने का आरोप लगाकर किसानों ने हैफेड कार्यालय को जड़ा ताला

10/8/2018 1:00:34 PM

कैथल(मनोज मलिक): कलायत में पी.आर. धान की खरीद में एजैंसियों पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही हैफेड कार्यालय पर भी ताला जड़ दिया। किसानों द्वारा इस प्रकार का कदम उठाए जाने के पीछे धान की सुचारू खरीद न होना बताया जा रहा है। हैफेड के मुख्य द्वार पर तालाबंदी करने के पश्चात किसान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे। वहीं हैफेड के प्रबंधक सुरेश कुमार ने जब किसानों को समझाना चाहा तो किसानों ने कहा कि पहले उनकी समस्या सुनो। 

किसान रघुबीर ढुंढवा, राजेश, गुरमीत, कुलदीप, तरसेम, अमरीक, राजकुमार, दीना व पवन आदि का कहना है कि वे पिछले करीब एक सप्ताह से धान लेकर मंडी में आएं हुए है। उन्होंने 6 माह तक खून पसीना एक करके धान की फसल को तैयार किया है मगर मंडी में फसल लाए जाने के पश्चात उसकी कोई भी खरीदारी नहीं कर रहा। उन्होंने कहा कि धान का समर्थन भाव 1,770 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है। ऐसे में जिस धान में नमी ज्यादा व सफाई कम बताई जा रही है तो उसे यदि कम भाव पर किसान देने का तैयार हो जाएं तो इसकी तभी खरीद कर ली जाती है। तब धान में अधिक नमी व सफाई न होने की बात कहां चली जाती है। 

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ही नहीं बल्कि प्रशासन भी पूरी तरह से किसान विरोधी है जिसके चलते ही उनकी फसल समर्थन भाव पर नहीं बिक रही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को बदनाम करने में अधिकारियों का भी रोल है। यदि सरकार द्वारा पी.आर. धान का समर्थन भाव निर्धारित करने पर भी उसे नहीं खरीदा जा रहा तो फिर किसानों को इस धान की रोपाई न किए जाने के ही फरमान क्यों नहीं जारी कर दिए जाते।  उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी धान की फसल की बिक्री नहीं होती तब तक वे मार्केट कमेटी में ही डेरा डाले रहेंगे। 

मार्केट कमेटी द्वारा खरीद एजैंसी को बुलाया मौके पर, मिला आश्वासन 
मार्केट कमेटी में तैनात मंडी सुपरवाइजर ओमप्रकाश से जब पत्रकारों ने धान की बिक्री के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सुबह से ही वे एजैंसी को धान खरीदने के लिए बुलाते रहे। करीब 2 बजे जब खरीद एजैंसी ने मंडी में दस्तक दी तो उन्हें अभी खरीद शुरू करने का आश्वासन भी मिला मगर देर तक जब धान खरीद नहीं हुई तो किसान भडक़ गए। 

मंडी में मिलरों का किया हुआ है आमंत्रित: सुरेश
प्रबंधक सुरेश कुमार ने कहा कि कलायत अनाज मंडी में धान की फसल पर पंखा न लगाया जाना मुख्य समस्या का कारण बना हुआ है। कलायत मंडी के लिए राइस मिल अटैच नहीं किया गया यह भी एक समस्या है। धान की सफाई में कमी बता मिलर यहां से धान खरीदने के लिए नहीं आना चाहता। मगर इस सबके बावजूद मिलरों को बुलाया गया है सांय तक धान की खरीद की जाएगी। 

साफ सुथरी व निर्धारित नमी की धान दिए जाने का दिया हुआ है आश्वासन: राणा
मंडी आढ़त एसोसिएशन प्रधान जयदीप राणा ने बताया कि सभी व्यापारियों द्वारा खरीद एजैंसियों को निर्धारित मानदंडों के अनुसार पी.आर. धान देने का आश्वासन दिया जा चुका है, मगर इसके बावजूद भी खरीद सुचारू नहीं हो पा रही। कहीं यह सरकार को बदनाम करने का हिस्सा न हो। उन्होंने कहा कि मंडी में जिस प्रकार धान खरीद की स्थिति चल रही है। उसके बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।

 

 

Rakhi Yadav