लॉकडाऊन में किसानों की नींद हुई हराम, देश को होगा नुकसान

4/9/2020 9:33:35 AM

गुडग़ांव (गौरव तिवारी) : लॉकडाऊन के आगे बढऩे का खतरा जैसे-जैसे बढ़ रहा है किसानों की नींद हराम होती जा रही है। हरियाणा और पंजाब के किसान लॉकडाऊन को लेकर परेशान हैं। उन्हें चिंता है कि हरियाणा और पंजाब से कटाई के काम में आने वाले जो मजदूर यू.पी., बिहार, राजस्थान व मध्य प्रदेश पलायन कर चुके हैं अब उनका वापस आना मुश्किल ही है। अगर ऐसे हालात में भी लॉकडाऊन आगे बढ़ा तो किसानों की फसल मिट्टी में मिल जाएगी, क्योंकि जब मजदूर ही नहीं होगा तो किसानों का अनाज मंडियों तक कैसे पहुंचेगा।

हालांकि हरियाणा सरकार द्वारा घोषणा की जा चुकी है कि आगामी 21 अप्रैल से किसानों की फसल की खरीद शुरू कर दी जाएगी, लेकिन अब किसान यह कह रहे हैं कि अगर कटाई ही नहीं होगी तो फसल मंडी तक पहुंचेगी कैसे। जानकारों का यह भी कहना है कि जो मजदूर लॉकडाऊन में वापस यू.पी., बिहार या अन्य प्रदेशों को नहीं जा पाए हैं वे 14 अप्रैल को लॉकडाऊन खुलता भी है तो काम करने की बजाय अपने प्रदेशों को भाग जाएंगे क्योंकि देश में हालात ही ऐसे हो गए हैं कि हर कोई एक बार अपने प्रदेश अपने गांव को किसी भी हाल में पहुंचना चाहता है।

जमींदारों का कहना है कि हरियाणा और पंजाब 50 प्रतिशत से अधिक अनाज देश के खाद्य भंडारण को देता है, जिससे कि पूरे देश में खाद्य आपूर्ति की जाती है लेकिन अगर हरियाणा और पंजाब का अनाज खेतों में ही खराब हो गया तो सिर्फ किसानों को ही इसका नुक्सान नहीं होने वाला बल्कि इसका नुक्सान पूरे देश को उठाना पड़ेगा।

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Manisha rana