आलू में भाव में तेजी के बावजूद भी हरियाणा के किसानों में छाई मायूसी, जानें क्या है बड़ी वजह

12/17/2022 7:20:36 PM

कुरुक्षेत्र(रणदीप): आलू के भाव में तेजी आने के बावजूद भी हरियाणा के किसानों में मायूसी छाई हुई है। इसकी वजह यह है कि इस बार आलू का उत्पादन काफी कम हो रहा है। पिछले सालों के मुकाबले उत्पादन में आई गिरावट के चलते किसान काफी परेशान हैं। बताया जा रहा है कि इस बार प्रति एकड़ करीब 20 प्रतिशत आलू का उत्पादन कम हो रहा है।

 

 

कुरुक्षेत्र स्थित पिपली अनाज मंडी को आलू का टर्मिनल माना जाता है। यहां आलू की खुली बोली लगाई जाती है। यहां से सिर्फ राज्य में ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेश की मंडियों में भी आलू की सप्लाई की जाती है। व्यापारियों का कहना है कि पिपली की मंडी आलू-प्याज की खुली बोली के लिए एशिया में काफी प्रचलित है। आलू की बुवाई के समय हुई बेमौसम बरसात की वजह से इस बार उत्पादन काफी कम हो रहा है। हालांकि उत्पादन कम होने के चलते इस बार आलू के भाव में तेजी भी देखी जा रही है। आढ़ती यूनियन के प्रधान अमीर चंद ने बताया कि 16 दिसंबर को मंडी में आलू का भाव 800 से एक हजार रुपए प्रति क्विंटल के करीब रहा। उन्होंने बताया कि भाव हालांकि बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन किसान इस बात से संतुष्ट हैं कि आलू की फसल कटने के बाद उस खेत में गेहूं की फसल लगाई जा सकती है। 

 

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Content Writer

Gourav Chouhan