किसानों ने दिया टोल पर धरना, 4 हजार वाहनों को किया डायवर्ट

12/9/2020 9:15:29 AM

यमुनानगर: मंगलवार सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक बाजार और टोल बंद की काल थी। करीब 1200 किसान गधौला टोल प्वाइंट पर डटे रहे। यहां से कोई वाहन आगे नहीं गया। दोपहर 3 बजे के बाद ही यातायात सुचारु हुआ। धरना में कई पार्टियों के नेता भी शामिल हुए। किसान नेताओं ने उन्हें बैठते ही कह दिया था कि यहां पर नेता के तौर पर नहीं बोलना है। किसान अपनी आवाज और मांग रख सकता है। ऐसे में नेताओं ने बैठकर किसानों के विचार सुने।

किसान नेता हरपाल सुढल ने कहा कि बच्चों की नस्ल और फसल को बचाना है। इसी लिए वे संघर्ष कर रहे हैं। शाम को कौन कौन उनके साथ दिल्ली चलेगा, इस पर उन्होंने हाथ उठाने के लिए कहा। करीब 80 प्रतिशत किसान राजी हो गए। उन्होंने कहा कि 9 दिसम्बर की मीटिंग किसान का आधार तय करेगी। ऐसे में अपना आधार तय करने के लिए संख्या बढ़ाएं। शायद गोली या डंडा भी झेलना पड़े तो इसके लिए भी तैयार  रहें। घर पर बैठकर न सोंचे, जाना तो पड़ेगा और लडऩा भी। दिल्ली के हालात पर उन्होंने कहा कि आज राशन वापिस भेजा जा रहा है। परमात्मा भी साथ दे रहा है। यदि आप एक कपड़ा पहनकर चले गए तो वहां कपड़े भी मिलेंगे। खाने की कमी नहीं है। बादाम और बिसलेरी मिल रही है। जो भी किसान इस आंदोलन में आहुति डालना चाहता है वह दिल्ली जरूर चले। हम किसी पर अहसान नहीं कर रहे, बल्कि हर किसान अपने बच्चों के लिए आंदोलन कर रहा है।

उन्होंने बड़े घराने को भी निशाने पर लिया। पी.एम. और सी.एम. पर भी जमकर तंज कसा। कहा सड़क पर आओ भगवान उठाने नहीं आएगा। उनसे पहले विचार रखने वालों में राज कुमार, गुरमेल सिंह, उदयवीर, प्रदीप, जयपाल, सुखदेव सिंह, सुभाष गुर्जर, अमरपाल आर्य, चूरु राम, कृष्ण पाल सुढैल, राजेन्द्र सिंह, पिंकी, शेर सिंह, सलेमपुर बांगर युवा बिग्रेड, उदम, टिंकू कांबोज ने भी विचार रखे। कांग्रेस नेताओं ने धरना स्थल पर जाने से पहले अनाज मंडी जगाधरी में जन सभा की और उसके बाद टोल के लिए रवाना हुए। उधर रतनमान गुट के नेता सुभाष गुर्जर ने कहा कि बंद सफल रहा है। अब किसान परिवार ओर बच्चों के साथ दिल्ली जाने की तैयारी कर रहा है।

निश्चित ही किसान विजय होकर लौटेगा। आम आदमी का भी सहयोग मिला है। उनके साथ प्रदीप नगला, जयपाल चमरोड़ी, उदय सिंह गुंजर, रमेश, अशोक शर्मा, मोहन लाल, सुभाष शर्मा, दिलबाग, बजिन्द्र सिंह, जनक पांडो, हनीफ, सतपाल, चूहड़ा सिंह प्रदीप राणा, साहब सिंह, सुभाष, राजेश, धर्मवीर, गुदयाल सिंह, रघुवीर सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, जगपाल सिंह, मांगे राम सहित अन्य किसान मौजूद रहे। 
 

Isha