बॉर्डर पर बैठे किसानों का ‘वैक्सीनेशन’ से इन्कार, अब मुश्किल में सरकार

5/14/2021 10:15:26 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा में बढ़ रहे कोविड के कहर को कम करने के लिए भले ही सरकार ने वैक्सीनेशन तेज करने का तानाबाना तैयार किया हो लेकिन बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों के वैक्सीन न लगवाने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। सरकार के आंकड़ों पर गौर करें तो प्रशासनिक अफसरों के तमाम प्रयास के बाद भी अब तक सिर्फ 1900 किसानों ने ही वैक्सीनेशन करवाना मुनासिब समझा है। ज्यादातर किसानों ने प्रशासन को वैक्सीन लगवाने के लिए दो टूक मना कर दिया है।

जबकि सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में पंजाब और हरियाणा के किसान अभी भी बैठे हुए हैं। यह हाल तब है जब कोरोना की रफ्तार गांवों की ओर बढऩी शुरू हो गई है। लिहाजा भाजपा सरकार के मंत्रियों ने अब गांवों में कोरोना बढऩे का ठीकरा किसानों पर ही फोडऩा शुरू कर दिया है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने जहां सीधे तौर से गांवों में कोरोना फैलने के पीछे किसान आंदोलन को वजह बताया तो वहीं दूसरे नेता भी अब किसानों को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

हरियाणा की धरती पर बैठे किसानों के स्वास्थ्य की चिंता करना हमारा धर्म: विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि बहुत चिंता की बात है कि बड़ी संख्या में बॉर्डर पर किसान बैठे हुए हैं। जैसे ही दूसरी लहर शुरू हुई थी वैसे ही किसानों की टैस्टिंग और वैक्सीनेशन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को वहां भेजा था लेकिन आश्चर्य की बात है कि अब तक सिर्फ 1900 लोगों ने ही वैक्सीनेशन कराया है। विज ने कहा कि हमारे लिए आंदोलन से पहले महामारी से बचना और बचाना जरूरी है। 

हरियाणा की धरती पर बैठे किसानों के स्वास्थ्य की चिंता करना हमारा कर्म और धर्म है। विज ने कहा कि मैंने किसान नेताओं के साथ सरकारी अफसरों की मीटिंग भी करवाई जिनमें किसानों ने टैस्टिंग से साफ इनकार किया और वैक्सीनेशन के लिए भी अपने मंच से बोलने से मना करते हुए किसानों से अपनी इच्छा से वैक्सीनेशन करवाने की बात कही। अब तक प्रदेश में 45 लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। 

विज की अपील, ग्रामीणों को कोरोना से बचाने के लिए लगवाएं वैक्सीन
विज ने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना के मद्देनजर किसानों से अपील की है कि वह हठधर्मिता छोड़ कर तुरंत प्रभाव से वैक्सीनेशन करवाएं। विज ने कहा कि किसानों को वैक्सीन लगवाना जरूरी है, तभी ग्रामीण इलाकों को कोरोना से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आंदोलन अपनी जगह पर है और अपनों का स्वास्थ्य ठीक रखना किसानों की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

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Content Writer

Manisha rana