हरियाणा के कई जिलों में शुरू हुआ किसानों का धरना, 16 को करेंगे हाईवे जाम

6/12/2017 3:58:07 PM

हरियाणा:मध्यप्रदेश में किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज, किसानों के कर्ज माफ़ी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने को लेकर पूरे देश भर में किसानों के प्रदर्शन जारी हैं। इसी को लेकर राज्य के विभिन्न जिलों में किसान संगठन धरने पर बैठ गए हैं। हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन ने 13 जून से किसान आंदोलन की शुरुआत करने का आवाहन किया है। 13 जून से 15 जून तक जिला मुख्यालयों पर सांकेतिक धरने दिए जाएंगे और 16 जून को सभी हाईवे जाम करने का निर्णय लिया गया है।

सिरसा(सतनाम सिंह):मांगों को लेकर आज से सिरसा में किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने के शुरुआत कर दी है। सिरसा में आज लघुसचिवालय के बाहर किसानों ने धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना है कि जब तक हरियाणा की सरकार किसानों का कर्ज माफ़, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं करती तब तक धरना इसी तरह से जारी रहेगा। इसके साथ ही किसानों ने मांग की है कि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में किसानों के साथ जिन अधिकारियों ने बर्बरता की है सरकार उनके खिलाफ कार्रवाही करें।

कैथल(जोगिंदर कुंडू):कैथल के लघु सचिवालय में विभिन किसान संगठनों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की और कैथल उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सोंपा। किसानों ने कहा कि मध्यप्रदेश में जिस तरह सरेआम अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर लाठीचार्ज हुआ, 6 किसानों को मौत के घाट उतार दिया गया इसने जलियांवाला बाग़ की घटना को ताजा कर दिया है। किसान अब चुप बैठने वाले नहीं है। सरकार ने चुनावों से पहले वायदा किया था कि स्वामीनाथन रिपोर्ट को पूरे देश में लागू किया जाएगा परंतु आज तक उस रिपोर्ट को लागू नहीं किया। हमारी सरकार से मांग है किइस घटना में मारे गए किसानों के परिवारों को सरकार एक करोड़ मुआवजा व एक सरकारी नौकरी दें। इसके अलावा पूरे देश भर के किसानों के कर्जे माफ़ किए जाएं और स्वामीनाथन रिपोर्ट को पूरे देश में लागू किया जाएं। अगर सरकार ने जल्द इन मांगों पर गौर नहीं किया तो पूरे देश में किसान इस आंदोलन की आग में कूद पड़ेगे जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।

चरखी दादरी:चरखी दादरी में भाकियू ने अन्य किसान संगठनों के साथ मिलकर दादरी के जिला मुख्यालय में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। दादरी में सोमवार सुबह से ही किसान सचिवालय में एकत्रित होने शुरू हो गए थे। किसानों ने केंद्र, राज्य सरकार के साथ शिवराज चौहान सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपना आक्रोश प्रकट किया। उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता धर्मपाल बाढड़ा ने कहा कि मंदसौर में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजे के साथ योग्यता के हिसाब से एक पक्की नौकरी मिलनी चाहिए, उस हादसे की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज किसान की हालत बेहद नाज़ुक है इसलिए केंद्र सरकार को अपने चुनावी वादे के अनुसार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट अविलंब लागू करनी चाहिए।बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ हो सकते हैं तो किसान की दयनीय स्थिति को देखते हुए मोदी सरकार को तुरंत किसानों के कर्ज माफी की घोषणा करनी चाहिए। किसान नेता राजकुमार हड़ौदी ने कहा कि किसान की उम्र 60 वर्ष पूरी होने पर उसकी भी पूर्व विधायक या सांसद के बराबर पेंशन होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग पूरी नहीं करती उनका धरना जारी रहेगा। कांग्रेसी नेता राजू मान ने धरने पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया।