करनाल-असंध मार्ग जाम कर सरकार के खिलाफ गरजे किसान

12/9/2020 1:01:20 PM

जुंडला (रतनमान) : जुंडला मेन बाजार के साथ लगते करनाल-असंध मुख्य मार्ग को जाम कर किसानों ने कृषि कानूनों को लागू किए जाने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि जब तक केंद्र सरकार इन 3 काले कृषि कानूनों को खत्म नहीं करती तब तक किसानों का यह आंदोलन जारी रहेगा। किसान आंदोलन में कस्बे के सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी और आंदोलन का हिस्सा बने। किसानों का कहना है कि भाजपा सरकार देश को बर्बाद करने पर तूली है और किसानों को कुछ पूंजीपतियों के हाथों बेचने का प्रयास कर रही है जिसे कतई बर्दाशत नहीं किया जाएगा।

जाम के दौरान एंबुलैंस, विवाह शादी की गाडिय़ों व बीमार व्यक्तियों को जाने दिया गया। प्रदर्शन को देखते हुए प्रशसान की ओर से भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सदर थाना प्रभारी बलजीत सिंह व चौकी प्रभारी सुखपाल ने मौके पर पहुंच कर बताया कि सरकार के आदेश मुताबिक किसी आमजन को असुविधा न हो और कोई शरारती तत्व किसी प्रकार की कोई शरारत न कर सके व प्रर्दशनकारी किसानों को भी किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए प्रशासन अपनी नजर बनाए हुए है। इस अवसर पर किसान सुरेश कांबोज, अधिवक्ता रामपाल शर्मा, दीपक कांबोज, सोनू ढिल्लों, बग्गा वडैच, मुंशी कांबोज सहित कई किसान उपस्थित थे। 

सरकार ने डैथ वारंट पर किए साइन : फूल सिंह 
इनैलो किसान सैल के प्रदेशाध्यक्ष फूल सिंह मंजूरा आंदोलनरत किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने भाजपा की सरकार को निकम्मी सरकार कहा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 3 काले कानून किसानों पर थोपते हुए उनके डैथ वारंट पर साइन करने का काम किया है। इससे किसान पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाएगा। किसान न्यायपालिका से अपील करते हैं कि प्रदेश सरकार के खिलाफ भी संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाए।  

किसान नेता बोले-यह जन आंदोलन 
किसान नेता ओमप्रकाश काम्बोज, बिल्ला वड़ैच, विनोद शर्मा, गुरचरण सिंह मुल्तानी, पाला प्रधान, बलबीर भोला, दिवाकर शर्मा, परमजीत मुल्तानी, हरदयाल काहलों, इनैलो प्रदेश सचिव धर्मबीर पाढ़ा सहित कई किसान नेताओं ने कहा कि अब यह लड़ाई केवल किसान की नहीं रही इस आंदोलन ने जन आंदोलन का रूप ले लिया है। आज हर वर्ग के लोग इस लड़ाई को जीतने के लिए सड़कों पर आ चुके हैं। किसान बिलों में संशोधन नहीं बल्कि इन्हें पूर्ण रूप से खारिज करवाना चाहते हैं। देश का किसान किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार है। इन काले कानूनों को वापस करवाकर ही रहेगा। 

Isha