रेल रोकने के साथ यात्रियों का जिम्मा भी संभालेंगे किसान, जल्दी में होने पर वाहन भी करवाएंगे उपलब्ध

2/18/2021 9:07:15 AM

सोनीपत (ब्यूरो) : दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के आंदोलन के तहत वीरवार यानि आज देशभर में रेल रोकी जाएगी। वहीं किसानों के चक्का जाम दौरान आम जनता को परेशानी होने के कारण आंदोलन पर सवाल उठाए गए थे, जबकि इस बार उससे बचने के लिए भी किसानों ने पूरी तैयारी की हुई है। सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों ने आज देशभर में दोपहर 12 से 4 बजे तक रेल रोकने का ऐलान किया हुआ है, जिसकी किसान तैयारी करने में लगे हैं और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों से निर्धारित रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है, लेकिन जिस तरह से चक्का जाम के दौरान आम लोगों को परेशानी होने पर किसान आंदोलन को लेकर सवाल उठाए गए थे, इस बार किसान नेता इससे बचना चाहते हैं और इसके लिए ही ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं, जिससे यात्रियों व आम जनता की परेशानी को कुछ कम किया जा सके।

इसके लिए किसान नेताओं ने कुछ रेलवे स्टेशनों पर चाय व कई जगहों पर खाने का लंगर लगाने के लिए कहा है, जिससे उन रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को रेल रुकने पर चाय व खाने के लिए परेशानी न हो। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर ट्रेन में कोई ऐसा यात्री है, जिसको किसी जगह पर जल्दी पहुंचना है और रेल रोकने से 4 घंटे तक उसका काम नहीं हो पाएगा तो ऐसे यात्रियों को निजी वाहन में भेजने में मदद की जाएगी। रेल में कोई बीमार होगा तो उसकी भी मदद की जाएगी। इस तरह से किसानों ने पूरी व्यवस्था करने की बात कही है। 

रेल रोकने के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखना चुनौती
ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में बवाल होने से पहले ही किसान आंदोलन को बड़ा झटका लग चुका है और अब किसान कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते, इसलिए पहले चक्का जाम तो अब रेल रोकने के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जा रही है। किसान नेताओं के सामने शांति व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती है। युवाओं को धैर्य कायम रखने के लिए कहा जा रहा है। किसान नेताओं ने कहा कि अगर आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा तो मजबूत होगा और इसमें किसी तरह की हिंसा होने पर यह कमजोर हो जाएगा। 

जिन रेलवे स्टेशनों पर रेल रोकी जाएगी, वहां यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। यात्रियों की सुविधा के लिए किसानों से कहा गया है कि स्टेशनों पर चाय व खाने की व्यवस्था की जाए और इसके लिए लंगर की जरूरत पड़ती है तो वहां लंगर लगाया जाए। इसके साथ ही किसानों को एकजुटता बनाकर स्टेशन निर्धारित कर रेल रोकने के लिए कहा गया है, जिससे सरकार को बताया जा सके कि किसान एकजुट हैं। वहीं शांति व्यवस्था किसानों को खुद ही बनानी होगी और उसके लिए सभी से अपील की गई है। 

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Content Writer

Manisha rana