22 जुलाई को संसद के बाहर प्रदर्शन करेंगे किसान, जानें संयुक्त मोर्चा ने और क्या बड़े ऐलान किए

7/4/2021 10:15:30 PM

सोनीपत (पवन राठी): कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा आंदोलन धीमा ना पड़ जाए इसके लिए संयुक्त किसान मोर्चा लगातार आगे की रणनीती बना रहा है, इसी के तहत किसान नेताओं ने मिलकर कई बड़े फैसले ले लिए हैं, जिनका ऐलान रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया है। इस दौरान जो फैसले लिए गए उनमें सबसे अहम फैसला मानसून सत्र को लेकर है।

दरअसल, किसानों ने ऐलान कर दिया है कि इस बार उनका एक जत्था संसद भवन के बाहर कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करेगा, साथ ही विपक्षी दलों के लोकसभा सांसदों को भी चेतावनी पत्र जारी किए जाएंगे। जिसमें अपील की जाएगी कि या तो वो अपने पद से इस्तीफा दे या फिर लोकसभा में रहकर लगातार कृषि कानूनों का विरोध करें।

जिन सांसदों को किसान चेतावनी पत्र जारी करेंगे उनसे ये भी अपील की जाएगी कि सांसद सदन से वॉकआउट ना करें बल्कि कृषि कानूनों के विरोध में हंगामा करे और सदन ना चलने दें। वहीं किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान किया कि 6 जुलाई को खोरी गांव मामले को लेकर पीएम आवास के बाहर एक बड़ा प्रदर्शन करेंगे, और जो लोग इस किसान आंदोलन का समर्थन नहीं कर रहे पंचायती चुनावों में उनका विरोध किया जाएगा।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता बूटा सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी और अन्य कई बड़े किसान नेता मौजूद रहे। किसान नेताओं ने फैसला किया है कि आंदोलन को मजबूत करने के लिए जत्थे दिल्ली जाते रहेंगे, और हरियाणा में बीजेपी के सांसदों के घर के बाहर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन भी किया जाएगा। बहराल देखना होगा कि किसानों के इस ऐलान पर सरकार और सांसदों की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।
 

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Content Writer

vinod kumar