चल रही थी बैंक में अवैध वसुली, ग्रामीणों ने बुलाई पुलिस तो चौकी इंचार्ज ने दिखाई धौंस

1/22/2017 7:20:04 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट):निकटवर्ती गांव बादलगढ़ में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक सेवा केंद्र के कर्मचारी द्वारा गांव वासियों से प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत खाता खोलने की एवज में 100-100 रूपए लेने का मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं, जब इस बात का विरोध कर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में 100 नंबर पर दी, जिसके बाद महमड़ा चौकी इंचार्ज रघुवीर अपनी टीम के साथ मौकास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों की बात सुनने की बजाये चौकी इंचार्ज रघुवीर ने उक्त कर्मचारी को ही वहां से भगा दिया।

इस बात से क्षुब्ध ग्रामीणों ने एसबीआई के कर्मचारी के साथ-साथ पुलिस के खिलाफ ही रोष जताना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र का कर्मचारी रतिया वासी जैंकी, जिसकी ड्यूटी बैंक द्वारा सिर्फ रतिया शहर के लिए ही लगाई हुई है। वह उनके गांव में प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता खोलने के लिए आया था। ग्रामीणों ने बताया कि जन धन योजना के तहत निशुल्क खाता खोला जाता है। उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा इस मामले में सिर्फ 20 रूपए फीस ली जाती है, वो भी उसके एवज में बैंक की रसीद भी दी जाती है। लेकिन उनके गांव में बैंक का कर्मचारी जैकी लोगों से खाता खोलने की एवज में 100-100 रूपए ऐंठ रहा है। जोकि गैर कानूनी तो है ही साथ में लोगों के साथ धोखाधड़ी भी है।

ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस कंट्रोल रूम में 100 नंबर पर की, जिसके बाद महमड़ा पुलिस चौकी इंचार्ज रघुवीर सिंह अपनी टीम के साथ आया और ग्रामीणों की बात सुनने की बजाये वह आरोपी को ही भगाने का प्रयास करने लगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि महमड़ा पुलिस चौकी इंचार्ज पहले भी ऐसे कुछ मामलो में कथित तौर पर आरोपियों का साथ देते हुए उन्हें बचाने का प्रयास कर चुके है। लोगों ने कहा कि आरोपी बैंक कर्मचारी और पुलिस चौकी इंचार्ज रघुवीर सिंह के खिलाफ थाने में कार्रवाई के लिए शिकायत दी गई है।