शॉर्ट सर्किट से खेतों में लगी जबरदस्त अाग, करोड़ों को नुकसान

4/18/2017 8:05:40 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट):गांव पतली डाबर के पास मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट से चिंगारियां नीचे गेहूं की फसल के भूसे पर गिर गई। तेज हवाएं चलने के कारण आग भडक़ गई और गांव गिल्लाखेड़ा के खेतों में जा पहुंची। आग इतनी भयानक थी कि मात्र आधे घंटे में ही सैंकड़ों एकड़ खेतों से होते हुए गांव गिल्लाखेड़ा से 100 मीटर दूरी तक पहुंच गई। इस दौरान ग्रामीण हरकत में आ चुके थे और उन्होंने प्रशासन को सूचित करने के साथ ही अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास आरंभ कर दिया। ग्रामीणों ने वहां से गुजर रही नहर में तीन-चार स्थानों पर पंक्चर करके पानी को आग लगे खेतों तक पहुंचाया। वहीं दूसरी ओर गांव गिल्लाखेड़ा व आसपास के करीब 2000 हजार ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और करीब 30 ट्रैक्टरों पर स्प्रे पंप लादकर युद्धस्तर पर आग को बुझाने का काम आरंभ किया। जिससे करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान सूचना पाकर एसडीएम सतबीर जांगू, नायब तहसीलदार, पुलिस फोर्स व दमकल विभाग की दो गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई। 

दमकल विभाग की दो गाडिय़ों से आग बुझाना संभव नहीं था, यह तो ग्रामीणों की एकजुटता थी कि उन्होंंने अपने स्तर पर नहर तोडक़र व स्प्रे पंपों से आग को बुझा दिया अन्यथा गांव गिल्लाखेड़ा में आग पहुंच जाती तो भारी जान माल का नुक्सान हो सकता था। इस आगजनी में गांव के पूर्व सरपंच इंद्र सिंह की 25 एकड़, उनके भतीजे राहुल सिंवर की 52 एकड़, गगनदीप की 45 एकड़, अरविंद कुमार की साढ़े 6 एकड़, कुलदीप की 30 एकड़, सागर की 10 एकड़, समरख की 56 एकड़, रामकुमार की 13 एकड़, पंचायती जमीन की करीब 20 एकड़ सहित लगभग 300 एकड़ गेहूं की पकी पकाई फसल आग की भेंट चढ़ गई। जिसकी कीमत करोड़ों रुपए में आंकी गई है। इसके अलावा गांव की करीब 700 एकड़ खेतों में भूसा भी जलकर राख हो गया। 

पूर्व सीपीएस ने बिजली विभाग पर लगाए आरोप
इस अवसर पर गांव गिल्लाखेड़ा के ही पूर्व सीपीएस प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा ने बताया कि गांव के खेतों में जब आग लगी तो उन्होंने तुरंत डीसी व अन्य अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी थी। उन्होंने बताया कि गांव में हर 3-4 एकड़ पर एक ट्यूब्वैल है। उन्होंने डीसी व बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता से आग्रह किया कि गांव में बिजली छोड़ दी जाए ताकि इन ट्यूब्वैलों को चलाकर ग्रामीण आग को बुझा सकें, लेकिन कार्यकारी अभियंता ने यह कहकर मना कर दिया कि उनको पता चला है कि गांव में दमकल विभाग की गाड़ी चली गई है और अगर उन्होंने बिजली छोड़ी तो चिंगारियों से आग और लग सकती है। उन्होंने कहा कि इस भारी नुक्सान के लिए सीधे तौर पर बिजली निगम का दोष है। अगर निगम समय पर बिजली छोड़ देता तो किसानों को करोड़ों का नुक्सान ना होता।

सरपंच की ढाणी भी घिरी आग से
गांव गिल्लाखेड़ा के सरपंच धीरज गिल्लाखेड़ा की ढाणी भी आग से चारों ओर घिर गई थी। गांव के लोगों ने स्प्रे पंपों पर खेतों में हल चलाकर आग को ढाणी के पास पहुंचने से रोका। अगर आग ढाणी में चली जाती तो भारी नुक्सान हो सकता था। इस आगजनी में सरपंच की 13 एकड़ खेत में खड़ी भूसा जल गया। 


नुक्सान का आंकलन किया जाएगा: एसडीएम
एसडीएम सतबीर जांगू ने बताया कि बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। उन्होंने कार्यकारी अभियंता को भी कहा कि वह बिजली छोड़ दें ताकि ट्यूब्वैलों के माध्यम से आग पर काबू पाया जा सके, लेकिन कार्यकारी अभियंता ने यह कहकर मना कर दिया कि उनकी लाईन खराब है। उन्होंने बताया कि आगजनी से सैंकड़ों एकड़ खेतों में आग लगी है और नुक्सान का आंकलन किया जा रहा है।