फतेहाबाद:खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी के गोरखधंधे का भंडाफोड़,14 सैंपल फेल

6/8/2017 4:16:45 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट):फतेहाबाद में खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी का गोरखधंधा चलने का मामला सामने आया है। इलाके के बड़े और छोटे स्तर के दुकानदार मुनाफे के चक्कर में आम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए 19 सैंपलों की रिपोर्ट आई थी, जिनमें से 14 सैंपल फेल बताए गए। 

हैरानी की बात तो यह है कि क्षेत्र में बिना लेबल लगी सरसों के तेल बोतलों को सरेआम बेचा जा रहा है। फूड सेफ्टी एवं स्टैंडर्ड ऑथरिटी ऑफ इंडिया की नियमों के अनुसार खाद्य सामग्री के डिब्बों और बोतलों पर बेचे जाने वाली कंपनी का नाम, मूल्य, पैकिंग और एक्सपायरी की डेट के साथ-साथ अन्य वितरण संबंधी जानकारी देना अनिवार्य होता है।

मगर इन नियमों की यहां अनदेखी की जा रही है। गली-गली में खुली तेल की दुकानों पर बोतलों में बंद करके बाजार में बेचा जा रहा है। ऐसे में इस प्रकार के तेल के सब-स्टैंडर्ड अथवा मिलावटयुक्त होने की गुंजाईश बढ़ जाती है। जो मानव जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है। 

बतां दें कि 1998 में सरसों के तेल में मिलावट का खेल बड़े पैमाने पर खेला गया था, जिससे इसका सेवन करने वाले लोगों को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ा था। मिलावटी तेल का प्रयोग करने के कारण उस समय ड्राप्सी नाम की बिमारी फैली थी। फिलहाल लैब से सेंपल फेल आने के बाद लोगों के चेहरे पर चिंता की लकीरें भी गहराने लगी हैं कि कहीं वे मिलावटी और निम्र स्तर की खाद्य सामग्री का प्रयोग तो नहीं कर रहे।