जानिए, क्यों महिला ने जनता दरबार में सीएम से मांगी इच्छा मृत्यु

12/9/2017 11:41:37 AM

फतेहाबाद(रमेश भट्ट)): फतेहाबाद में आयोजित सीएम मनोहरलाल के जनता दरबार में लोगों की समस्या सुनते हुए उस समय सन्नाटा पसर गया जब इच्छा मृत्यु की मांग को लेकर एक पीड़ित महिला सीएम के सामने पहुंची। सीएम ने पीड़िता की शिकायत पर तुरंत सख्त एक्शन लेते हुए उकलाना (हिसार) के सरकारी अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स को सस्पेंड करने के आदेश दिए। वहीं 3 सदस्यीय कमेटी बनाकर मामले की जांच कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। शिकायत पर सीएम के सख्त एक्शन के बाद पीड़िता ने फिलहाल मामले में संतुष्टि जताई है। 

मामले के अनुसार उकलाना सीएम के जनता दरबार मे एक पीड़त महिला पहुंची, जिसने शिकायत में आरोप लगाया कि उसका डिलीवरी टाइम था और वह उकलाना के सरकारी अस्पताल में चेकअप के लिए पहुंची। अस्पताल की पूनम नाम की नर्स ने उसका चेकअप किया और कहा कि उसकी डिलीवरी होने वाली हैं लेकिन सरकारी अस्पताल में औजार बेहतर न होने और सुविधाओं की कमी होने के कारण उसे उकलाना के ही एक प्राइवेट अस्पताल में भेज दिया। जब प्राइवेट अस्पताल में डिलिवरी के लिए रुपए नहीं होने की बात कही गई तो नर्स पूनम ने 3-4 हजार रुपए भी खुद ही देने की बात कही। 

पीड़िता के अनुसार नर्स ने खुद ही वाहन करने की बात कही लेकिन डिलीवरी के बाद उनसे 17 हजार रुपए बिल मांगा गया। इस पर पीड़िता के परिजनों ने जब अस्पताल की डॉक्टर से बात की तो उसने कहा कि 17 हजार बिल भुगतान करने पर ही महिला को अस्पताल से ले जाने दिया जाएगा। इसके बाद बिल को लेकर विवाद का मामला पुलिस के पास पहुंचा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद दबाव बनाने के लिए उसे एचआईवी रोग से ग्रस्त बताया गया और इसकी जानकारी सार्वजनिक करने की कोशिश की गई और इस रोग को लेकर अफवाह उड़ाते हुए धमकाया गया। पीड़िता ने बताया कि मामले में कोई कर्रवाई नहीं होने पर उसे एड्स जैसी बीमारी के नाम पर प्रताड़ित किया गया जिसके कारण उसने सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग की। अब तक 10 दिन बीत जाने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और अब फतेहाबाद में आयोजित सीएम के जनता दरबार मे उसे शिकायत रखने का मौका मिला।