खाद संकट ने सरसों की बिजाई का बिगाड़ा खेल, 50 फीसदी बिजाई शेष

10/25/2021 1:20:35 PM

महेंद्रगढ़ (योगेंद्र सिंह): जिले में खाद संकट के चलते किसानों को खासी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। सरसों बिजाई का समय करीब एक सप्ताह ही बचा है और जिले में अभी तक पचास फीसदी ही बिजाई का काम पूरा हो पाया है। खाद की डिमांड व सप्लाई के बगड़े संतुलन ने सरसों की बिजाई पर ब्रेक लगा दिए हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बिजाई का समय तीस सितंबर से बीस अक्टूबर तक होता है। इसके बाद बिजाई करने पर उत्पादन पर इसका असर पड़ता है। हालांकि जिले में मौसम बिजाई के लिए अनुकूल है। 

जिलें में करीब पांच हजार 910 मीट्रिक टन खाद की जरूरत है और इसकी आपूर्ति नहीं होने से बिजाई का काम बाधित हो रहा है। डीएपी खाद की कमी के चलते किसानों को एसएसपी का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए कृषि अधिकारी कहते हैं कि एसएसपी में सल्फर की मात्रा अधिक है, जो सरसों की फसल के लिए फायदेमंद रहती है। कृषि वैज्ञानिक डॉ योगेश यादव के अनुसार डीएपी में 46 प्रतिशत फास्फोसर होता है, जबकि एसएसपी में सोलह फीसदी फास्फोरस की मात्रा होती है। एसएसपी सरसों के लिए इसलिए ज्यादा प्रभावी है, क्योंकि इसमें सल्फर की मात्रा अधिक होने से यह सरसों के लिए फायदेमंद होती है। 

 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

 

Content Writer

vinod kumar