हरियाणा में बायोमीट्रिक हाजिरी से फील्ड कर्मियों को मिल सकती है छूट

4/3/2017 1:23:30 PM

चंडीगढ़(बंसल):बायोमीट्रिक हाजिरी से फील्ड तथा तकनीकी कर्मचारियों को छूट मिल सकती है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने विभागीय अतिरिक्त मुख्य सचिवों को व्यवहारिकता का पता लगाने तथा अपने-अपने विभाग में तकनीकी व फील्ड कर्मचारियों को बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने की बाध्यता में राहत देने के निर्देश दिए हैं। यहां बता दें सर्व कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के समक्ष यह मामला उठाते हुए फील्ड स्टाफ द्वारा बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने से हो रहे नुक्सान के बारे में समझाया था। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के अध्यक्ष धर्मबीर फौगाट और महासचिव सुभाष लांबा इस संदर्भ में मुख्यमंत्री को बताया था कि यदि कहीं कोर्ई ट्रांसफार्मर फुंक गया तो कर्मचारी उसकी आग बुझाने की बजाय अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने की मंशा से पहले ऑफिस में हाजिरी लगाने जाएगा। तब तक आग बर्बादी का कारण बन चुकी होगी।

महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी सुपरवाइजर्स के मामले में भी यही स्थिति है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बायोमीट्रिक मशीनें नहीं हैं लेकिन जब तक वे दफ्तर जाकर हाजिरी लगाने के बाद वापस आंगनबाड़ी लौटेंगी, तब तक आंगनबाड़ी बंद करने का समय हो चुका होगा। बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा टीकाकरण समेत अन्य मामलों में भी यही दिक्कत आ रही है। लांबा ने मुख्यमंत्री को बताया कि अधिकारी बायोमीट्रिक हाजिरी प्रणाली का खुलकर दुरुपयोग कर रहे हैं।

45 फीसदी विभागों में ही बायोमीट्रिक हाजिरी सिस्टम लागू  
अभी तक करीब 45 फीसदी विभागों में ही यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू हो पाई है जबकि अन्य विभागों में भी इस व्यवस्था को लागू करने का काम चल रहा है। प्रदेश में 2 लाख 73 हजार पक्के और 50 हजार से अधिक कच्चे कर्मचारी हैं। सरकार को शिकायतें मिल रही थी कि कर्मचारी अपनी सीटों पर नहीं मिलते। कर्मचारियों द्वारा ड्यूटी से बंक मारने से रोकने के लिए सरकार ने कर्मचारियों के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी प्रणाली अनिवार्य कर दी थी।