नहीं चुका पा रहा था स्कूल की फीस, बेटी को खेत में ले जाकर उतारा मौत के घाट

9/27/2019 2:44:17 PM

लाडवा (शैलेंद्र): लाड-प्यार से पाली 6 वर्षीय असमीत कौर को क्या पता था की जिन हाथों में वह पली वही हाथ एक दिन उसकी मौत का कारण बनेंगे। एक कलियुगी पिता ने गत बुधवार देर सायं अपने ही हाथों से इकलौती बेटी को मौत के घाट उतार दिया। मौत के कारणों का तो अभी तक सही पता नहीं चल पाया है लेकिन पता चला है कि घर की आर्थिक तंगी व घर में कलह के चलते वह पिछले काफी दिनों से परेशान चल रहा था।

 लाडवा के दबखेड़ा निवासी जसबीर सिंह (32) ने कहा, ‘मैंने बेटी असमीत कौर को गला दबाकर मारा है। 8 माह से नौकरी छूटी हुई थी। आर्थिक तंगी के कारण 3 माह से बेटी के स्कूल की फीस नहीं भर पा रहा था। इसलिए यह पाप कर बैठा। जब बेटी का गला दबाने लगा तो आंखों के आगे अंधेरा छा गया था। एक बारगी हाथ भी कांपे, लेकिन बुद्धि भ्रष्ट होने के चलते हाथ नहीं रोक पाया। जब मैंने बेटी का गला दबाया उस समय वह चुप थी। अब इसी चुप्पी के साथ बेटी का चेहरा ताउम्र सताएगा।


अपने परिजनों से ऊपर उठकर उसने पंजाब थाना के बटाला जिला गुरदासपुर की हरजिंद्र कौर से करीब 8 साल पहले लव मैरिज की थी। जसबीर सिंह के परिजन इस शादी से खुश नहीं थे। इसलिए शादी के बाद उसे कई महीनों तक पत्नी के साथ बाहर ही रहना पड़ा था। बाद में वह वापस गांव भी आ गया और परिवार के पास ही अलग रहता था। पिछले काफी दिनों से घर की आॢथक तंगी के चलते वह परेशान रहता था और इससे घर में आपसी कलह भी रहने लगी थी। इसी कलह के चलते वह परेशान चल रहा था। घर की परेशानी के चलते ही उसने अपनी बेटी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसकी पुष्टि तो जांच के बाद ही पता चल पाएगी।

फिलहाल लाडवा पुलिस ने मृतक लड़की की माता हरजिंद्र कौर की शिकायत पर पिता जसबीर सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव दबखेड़ा में एक पिता द्वारा अपनी 6 वर्षीय बेटी की गला दबाकर हत्या करने के मामले में वीरवार को एस.पी. आस्था मोदी ने गांव दबखेड़ा में जाकर मौके का मुआयना किया तथा घटना की जानकारी ली।

Isha