दुकानों पर लॉटरी के माध्यम से बिक रहे पटाखे, बमों के जलने से बढ़ता है प्रदूषण का स्तर

10/31/2020 1:32:08 PM

पानीपत : दीवाली के त्यौहार में शहर में होने वाली आतिशबाजी को लेकर दीवाली से ठीक 3 दिन पहले प्रशासन की ओर से खुली जगहों पर स्टॉल लगाने के लिए लाइसैंस जारी किए जाते है। वहीं ऐसी जगहों पर कोई हादसा घटित न हो, इसके लिए हर प्रकार की सुविधाओं को भी उपलब्ध करवाया जाता है। बिना लाइसैंस के किसी भी दुकानदार को बम बेचने की अनुमति प्रदान नहीं की जाती है।

वहीं दीवाली के त्यौहार में दिन भी बेहद कम रह गए है और शहर की दुकानों पर दुकानदारों द्वारा लॉटरी के माध्यम से बच्चों दीवाली के बम बेचे जा रहे है। अब ऐसा भी नहीं है कि शहर के सभी दुकानदारों ने बम बेचने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति एवं लाइसैंस ले रखा हो। इसलिए साफ तौर पर कहा जा रहा है। जिसको लेकर जिला प्रशासन अंजान है। ऐसे में यदि किसी बाजार की दुकान पर यदि कोई हादसा घटित हो जाए, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?

बमों के जलने से प्रदूषण का बढ़ता है स्तर
प्रदूषण विभाग की मानी जाए तो प्रदूषण का स्तर दशहरे से पहले कम रहता है और हवा भी बेहतर अच्छी होती है, लेकिन दशहरे के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है और हवा भी दूषित होने लगती है। वहीं दीवाली के बाद कुछ दिनों तक प्रदूषण का स्तर नीचे नहीं उतर पाता। जिसके कारण दमे एवं सांस की दिक्कत होने वाले मरीजों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। प्रदूषण विभाग का जनता से आह्वान है कि वो प्रदूषण के  स्तर को बढ़ाने की बजाय घटाने का प्रयास करें और ये प्रयास कम मात्रा में आतिशबाजी करने से ही होगा। 

शादियों में आतिशबाजी के लिए भी होती है बुकिंग
शहर के एरिया में कुछ दुकानें ऐसी भी है, जो शादियों अथवा अन्य कार्यक्रमों में आतिशबाजी करने के लिए बुकिंग भी करते है। इतना ही नहीं कार्यक्रम में होने वाली आतिशबाजी के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री को दुकानदारों द्वारा स्वयं तैयार किया जाता है। वहीं बुकिंग लेने से पहले कार्यक्रम के लिए बुकिंग देने वाले व्यक्ति को पहले आयोजित हुए कार्यक्रमों की आतिशबाजी भी लुभाने के लिए दिखाई जाती है, तभी जाकर बुकिंग मिलती है। क्या ऐसे सभी दुकानदारों को पूरे वर्ष ये कार्य करने का लाइसैंस जारी हुआ पड़ा है। 


 

Manisha rana