साल का पहला चंद्रग्रहण 10 को, जानें समय और किन हिस्सों पर पड़ेगा कैसा असर

1/8/2020 2:05:49 PM

कुरुक्षेत्र (ब्यूरो) : साल का पहला चंद्रग्रहण 10 जनवरी की रात को लगेगा। यह चंद्र ग्रहण 11 जनवरी को सुबह 2.40 बजे तक रहेगा यानी चंद्रग्रहण की अवधि 4 घंटे 5 मिनट होगी। इसे उपछाया (पेनुमब्रल) ग्रहण कहा जा रहा है। गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक पंडित रामराज कौशिक ने बताया कि भारत के दृष्टिकोण से यह ग्रहण काफी अहम होगा। यूरोप, अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में इसका ज्यादा असर होगा। साल 2020 का पहला चंद्रग्रहण मिथुन राशि में लगने जा रहा है।

इसलिए महिलाओं पर इसका असर सबसे ज्यादा होगा। काल पुरुष के तीसरे भाव में ग्रहण लगने की वजह से युद्ध की संभावनाएं भी बनेंगी। प्राकृतिक आपदाओं का संकट भी बढ़ सकता है। रामराज ने बताया कि आंशिक छाया चन्द्रग्रहण 10 जनवरी को सूतक आदि का दोष नहीं है। 

यहां-यहां दिखेगा चंद्रग्रहण 
इस बार का चंद्रग्रहण भारत में देखा जा सकेगा। साथ ही यूरोप, एशिया अफ्रीका और आस्ट्रेलिया महाद्वीपों के कई इलाकों में देखा जा सकेगा। साल 2020 में 4 चंद्रग्रहण हैं जिसमें से 10 जनवरी को होने वाला ग्रहण पहला चंद्रग्रहण होगा।

ग्रहण की श्रेणियों के बारे में
रामराज कौशिक के अनुसार जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है तो चंद्रमा पर पडऩे वाली सूर्य की किरणें रुक जाती हैं और पृथ्वी की प्रछाया उस पर पडऩे लगती है इसे पूर्ण चंद्रग्रहण कहते हैं। छाया चंद्रग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी एक सीध में अपने उपग्रह चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है तो चंद्रमा पर पडऩे वाली सूर्य की किरणें रुक जाती हैं और पृथ्वी की प्रछाया उस पर पडऩे लगती है जिससे वह पूरी तरह दिखना बंद हो जाता है लेकिन इस बार पडऩे वाला ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा जिसमें चांद पूरी तरह छिपेगा नहीं है और न ही चंद्रमा की काली छाया पृथ्वी पर पड़ेगी। दरअसल आंशिक छाया वाला चंद्रग्रहण पूर्ण और आंशिक चंद्रग्रहण से भी कमजोर होता है, इसलिए इसे साफतौर पर देखा नहीं जा सकता।

Isha