ऐतिहासिक गांव कंडेला में हुई महिला किसानों की पहली महापंचायत, मोदी सरकार के सामने रखे 3 प्रस्ताव

3/18/2021 10:19:10 PM

जींद (अनिल कुमार): जींद के गांव ऐतिहासिक कंडेला में वीरवार को महिला किसानों की पहली महापंचायत हुई। कंडेला खाप के चबूतरे पर हुई इस महापंचायत में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पहुंचीं, जिनकी मौजूदगी में सरकार के सामने तीन प्रस्ताव रखे गए, और साथ ऐलान किया गया कि आज से देश भर में महिला किसान महापंचायत होगी, और उसकी बागडोर भी महिलाएं ही संभालेंगी। 



महिला किसान महापंचायत में पहुंचीं किसान नेत्री सुदेश गोयत ने मोदी सरकार को सीधी-सीधी चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों का सब्र का इम्तहान ना ले, अगर ये सब्र टूट गया तो देश और प्रदेश में जो कुछ भी होगा उसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी होंगे।



इस महापंचायत का आयोजन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और मजबूती देने के लिए किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से सरकार के समक्ष 3 प्रस्ताव भी रखे गए। पहला तीनों कृषि कानूनों की जल्द से जल्द वापसी, दूसरी महिलाओं को भी किसान का दर्जा देना, और तीसरी कृषि उपकरणों की खरीद में लगने वाली जीएसपी को हटाया जाए। इन तीनों प्रस्तावों के साथ-साथ महिला किसान महापंचायत में आंदोलन को तेज करने को लेकर भी रूपरेखा तैयार की गई। 



महिला किसानों का दो टूक कहना है कि किसानों का आंदोलन अब तेज किया जाएगा, और महिलाएं भी सड़कों पर उतरेंगी। सरकार इस भ्रम में ना रहे, कि किसान धरने पर बैठे हैं और ऐसे ही बैठे रहेंगे। बता दें कि देश भर में चल रही किसानों की महापंचायत की शुरुआत कंडेला गांव से ही राकेश टिकैत ने की थी, और अब महिला किसान महापंचायत का आगाज भी उसी कंडेला गांव से हुआ है, जिसका आंदोलन को लेकर इतिहास जगजाहिर है। 

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Content Writer

vinod kumar