सूरजकुंड गोल चक्कर पर बनाया जाएगा फ्लाईओवर, वाहन चालकों को मिलेगा फायदा

1/23/2020 11:31:00 AM

फरीदाबाद (दीपक पांडेय) : सूरजकुंड रोड को पूरी तरह से जाम मुक्त करने के लिए गोल चक्कर पर प्लाइओवर का निर्माण किया जाएगा। इससे लोगोंं को न सिर्फ सहूलियत मिलेगी, बल्कि जाम से मुक्ति मिलेगी। पीडब्ल्यूडी ने इसका प्रपोजल तैयार कर, मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा है। वहां से मंजूरी मिलते ही इसमें आने वाले लागत का आकलन कर इस्टिमेट तैयार किया जाएगा। अधिकारियों का दावा है कि यह कार्य मार्च से शरू किए जाएंगे। इससे दिल्ली आना-जाना आसान हो जाएगा। इस मार्ग से रोजाना गुजर रहे करीब 1 लाख वाहनों को इसका फायदा होगा। उन्हें जाम से छुटकारा मिलेगा।

आसपास स्थित रिहायसी क्षेत्रों के साथ हर साल लगने वाले सूरजकुंड अंतराष्ट्रीय हस्त शिल्प मेले में पहुंचने वाले पयर्टकों को भी इसका लाभ मिलेगा। क्योंकि इस मार्ग से 1 से 16 फरवरी तक मेले के दौरान 10 लाख पयर्टक सूरजकुंड पहुंचते हैं। प्रहादपुर से मेले तक पहुंचने में लगने वाले 15 मिनट के फासले में डेढ़ से 2 घंटे का वक्त लगता है। लिहाजा हरियाणा टूरिज्म ने पीडब्ल्यूडी से गोल चक्कर पर फ्लाईओवर के साथ सूरजकुंड परिसर में पहुंचने के लिए अलग से लेन तैयार करने की मांग की थी।

इसके लिए उन्हें पत्र लिखा गया था। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अनुसार हरियाणा टूरिज्म की उसी मांग को देखते हुए सूरजकुंड गोल चक्कर पर फ्लाओवर बनाने का प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा गया है। फरवरी के अंततक इसकी मंजूरी मिलने की उम्मीद है। दिल्ली को जोड़ता है यह मार्ग: सूरजकुंड मार्ग दिल्ली के कई क्षेत्रों फरीदाबाद से जोड़ता है। इस मार्ग से फरीदाबाद के लोग दिल्ली स्थित शूटिंग रेंज, तुगलकाबाद एक्सटेंशन, एयरफोर्स स्टेशन, संगमविहार, खानपुर, देवली, मदनगीर, साकेत, महरौली, कुतुब मिनार, गोबिंदपुरी, ओखला, कालका जी मंदिर, नेहरू प्लेस, लाजपत  नगर, साउथ एक्स आदि क्षेत्रों में पहुंचते हैं।

वहीं दिल्ली से फरीदाबाद के ग्रीन फिल्ड, अनंगपुर, बडख़ल, चार्म्सबुड, एनआईटी आना आसान होता है।  अधिकारियों के अनुसार सूरजकुंड गोल चक्कर पर फ्लाइओवर के साथ मेला परिसर में पहुंचने के लिए अलग से लेन भी तैयार किया जाएगा। जिससे पयर्टक बिना किसी रोक-टोक के आसानी से परिसर में पहुंच सके। मौजूदा समय में यह व्यवस्था नहीं होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

मेले के दौरान बढ़ती है परेशानी
हर साल सूरजकुंड अंतराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला 1 फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित होता है। इसमें दिल्ली, गुरूग्राम, नोएडा समेत विभिन्न राज्यों समेत विदेशी पयर्टक इसमें पहुंचते है। मेले के दौरान इनकी संख्या 10 लाख से अधिक हो जाती है। चूंकि प्रह्लादपुर से सूरजकुंड मेले में आना आसान होता है, इसलिए इस मार्ग पर पयर्टकों की काफी भीड़ रहती है। इसलिए यहां मेले के दौरान अक्सर जाम लगा रहता है। इसमें विदेशी पयर्टक भी फंसे रहते हैं, इससे मेले के क्रेज पर भी प्रभाव पड़ता है। लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है।

Isha