3 दशक में पहली बार, इनेलो का एक भी विधायक सदन में नहीं होगा मौजूद

2/16/2021 3:58:41 PM

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): राज्यपाल के स्वास्थ्य कारणों से अभिभाषण खुद आकर पड़ते हैं या उनके लिखित भाषण को टेबल कर यह सूचना दी जाएगी, पर सब की निगाहें 5 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल महोदय के अभिभाषण से होनी है । नए वर्ष का यह पहला सत्र है। आजकल चर्चाएं यह है कि राज्यपाल अभिभाषण की शुरुआत राज्यपाल खुद करेंगे या उनके स्वास्थ्य कारणों के कारण केवल उसे पेश कर के विधानसभा के सचिव द्वारा यह जानकारी उपलब्ध करवा दी जाएगी।चर्चा है कि राज्यपाल महोदय के स्वास्थ्य के कारणों से अभिभाषण खुद आकर पड़ते हैं या उनके लिखित भाषण को टेबल कर यह सूचना दी जाएगी, पर सब की निगाहें हैं।यह भी भविष्य के गर्भ में है।क्योंकि फिलहाल आजकल उनका स्वास्थ्य ठीक नही बताया जाता।आधिकारिक रूप से फिलहाल यह अपुष्ट जानकारी है।

 बजट सत्र में इस बार भी विधानसभा में केवल विधायक ही 2 गज की दूरी पर बिठाए जाएंगे।कोविड 19 के चलते पिछले सत्र की तर्ज पर इस बार दर्शक दीर्घा इस बार भी नही बनाई जाएगी।हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता के अनुसार इस बार भी मीडिया गैलरी हरियाणा निवास में बनेगी।हरियाणा निवास को विधानसभा का हिस्सा सत्र के दौरान घोषित किया जाएगा। विधानसभा सत्र में इस बार इनेलो के एक मात्र विधायक रहे अंभय चौटाला कृषि कानूनों पर विधायक पद से इस्तीफा देने के चलते नादरद रहेंगे।लगभग 3 दशक में पहली बार होगा जब इनेलो का एक भी विधायक इस सदन में मौजूद नही होगा। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा इस बार सदन में कृषि क़ानूनो को लेकर सरकार के खिलाफ अविश्वाश प्रस्ताव लाने की तैयारी में है।सदन में यह आता है नही को लेकर जहां चर्चायों का दौर है।वहिं कांग्रेस भी इस मूददे पर सदन में हंगामा करने में किसी भी सूरत में पीछे नही हटेगी।हंगामे दार सत्र की इस लिए भी रहने वाला है क्योंकि कांग्रेस अपनी उपस्थिति सदन में दर्ज करवाने के लिए राज्य पाल के अभिभाषण व बजट पर घेरे बन्दी करने की तैयारी में है।कांग्रेस की तरफ से हुड्डा,किरण चौधरी ,गीता भुक्कल,राव दान सिंह ,रघुबीर कादियान जहां मुद्दों पर आक्रामक साबित हो सकतें हैं ।

सत्ता पक्ष में भी गृह मंत्री अनिल विज,शिक्षा मंत्री कँवर पाल गुज्जर जहां मोर्चा संभाले नजर आएंगे वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी पिछले सत्रों की तरह फ़्रंट फुट पर खुद मोर्चा संभालते दिखेंगे।सत्ता पक्ष पर कांग्रेस शराब घोटाला,एक्साइज घोटाला,कानून वयवस्था,किसान आंदोलन,जैसे मुद्दों पर घेरने की कोशिश करेगी।सत्ता पक्ष भी पूरी तैयारी में है कि कांग्रेस को किन मुद्दों पर घेरना है। बजट सत्र में इस बार सर्वाधिक कृषि कानूनों व किसान आंदोलन का मुद्दा हावी रहता नजर आ रहा है।पिछले सत्र में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृतव में भजपा व गठबंधन सरकार ने तीन कृषि कानूनों पर धन्यवाद प्रस्ताव ला कर कांग्रेस की रणनीति फेल कर दी व कांग्रेस को वाक आउट करना पड़ा था।कांग्रेस इस बार अविश्वाश प्रस्ताव की ड्राफ्टिंग में क्या लिखती है।वह ज्यादा नजर में रहेगा।

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Content Writer

Isha