महिला मित्र के घर की दूसरी मंजिल से छलांग लगाने वाले पूर्व भाजपा नेता ने दी सफाई, जानिए क्या कहा

9/21/2020 9:25:57 PM

करनाल (केसी आर्या): हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन रह चुके भाजपा के पूर्व नेता चंद्र प्रकाश कथूरिया ने मीडिया के सामने अपनी सफाई दी है। बता दें कि बीते मई महीने में वे काफी चर्चा में आए थे, क्योंकि कथूरिया चंडीगढ़ के सेक्टर-63 स्थित सोसायटी में एक महिला के घर की बालकनी से छलांग लगा दी थी, जिससे उनकी टांग में फ्रैक्चर आ गया था और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। कथित रूप से यह महिला उनकी मित्र थी, जिससे मिलने कथूरिया अक्सर चंडीगढ़ आया करते थे।

भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश मंत्री एवं अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके वरिष्ठ पंजाबी नेता चंद्रप्रकाश कथूरिया का कहना है कि वे राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रमुख षड्यंत्रकर्ता विक्रमजीत सिंह ने करनाल के कुछ लोगों के साथ मिलकर कथूरिया के विरुद्ध राजनीतिक षड्यंत्र रचा है। उनका कहना है कि इस घटनाक्रम के दौरान भाजपा ने कथूरिया का पक्ष सुने बिना एवं उनकी स्थिति जाने बिना ही चंद घंटों में उनको पार्टी से निष्कासन का जल्दबाजी और आनन-फानन में निर्णय ले लिया और सुरक्षा की दृष्टि से मिले सुरक्षाकर्मी भी हटा दिए गए, जबकि उस समय चन्द्रप्रकाश कथूरिया षड्यंत्र के दौरान पहुंचाई गई चोटों से 2 माह तक अस्पताल में जूझते रहे। पार्टी में करनाल जिलाध्यक्ष भी रह चुके चंद्रप्रकाश कथूरिया अब अपने विरुद्ध रचे गए। राजनीतिक षडयंत्र से भाजपा के प्रमुख नेताओं को अवगत कराएंगे। 



कथूरिया का कहना है कि कुछ दिनों पहले चंडीगढ़ में कथूरिया जब एक परिवार में समझौता कराने गए थे, तब विक्रमजीत सिंह ने कुछ लोगों के साथ मिलकर उन पर हमला किया जिससे कथूरिया काफी घायल हो गए। उसके उपरांत उक्त घटनाक्रम का षडयंत्रकारियों ने गलत तरीके से दुष्प्रचार किया। कथूरिया जिस परिवार में समझौता कराने गए थे, उनके पिता केसी कौशल जी व उस परिवार के साथ उनके पुराने संपर्क हैं क्यूंकि जब स्व. चौधरी बंसीलाल जी हरियाणा के 1996 में मुख्यमंत्री बने थे तब केसी कौशल मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री के सहायक के रूप में काम किया करते थे।

उपचार के बाद करनाल में मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए चंद्रप्रकाश कथूरिया ने स्पष्ट किया कि कौशल की बेटी मनीषा का अपने पति विशाल से जो विवाद चल रहा था, लेकिन कौशल की बेटी के प्रतिद्वंद्वी चंडीगढ़ में करनाल के कांग्रेस नेता के भांजे विक्रमजीत सिंह ने कुछ लोगों के साथ मिलकर यह राजनीतिक षडयंत्र रचा। जब बैठक से पूर्व चर्चा चल रही थी, तब यह लोग हाथों में हथियार लेकर उक्त जगह पर आए और जान से मारने की धमकियां देकर दरवाजा खटखटाने लगे, जिसके बाद गलत ढंग से इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक षड्यंत्र रच अंजाम दिया गया, जिससे कथूरिया को राजनीतिक नुकसान पहुंचाने का काम किया गया बल्कि साथ ही सामाजिक, मानसिक और शारीरिक स्थिति भी खराब की गई।



चंद्रप्रकाश कथूरिया के अनुसार महिला ने पारिवारिक प्रतिष्ठा के चलते पुलिस में केस दिया, लेकिन बाद में जब पंचायत हुई तो आरोपी लोगों ने माफीनामा देकर यह कबूल किया कि उन्होंने किसी के कहने पर जानबूझकर छवि खराब करने के लिए यह षडयंत्र रचा था। कथूरिया ने मीडिया कर्मियों को इस माफीनामे की प्रतियां भी दिखाई। उन्होंने बताया कि कथूरिया को पहले भी कई गुमनाम नंबरों से तथा सीएम कार्यालय के नंबर को हैक करके वसूली तथा जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं। कथूरिया ने कहा कि अब वह अपने साथियों से मिलकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे और पार्टी के सामने सच्चाई रखेंगे।

चंद्र प्रकाश कथूरिया हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन भी रहे हैं। 2014 में कथूरिया करनाल विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने जब मनोहर लाल को टिकट दिया तब कथूरिया उनकी जीत में विशेष सहायक बने। करनाल लोकसभा सीट से भी कथूरिया टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल रहे, उन्हें अन्य दलों ने भी टिकट देने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने भाजपा में ही रहकर पार्टी के लिए काम करने का निर्णय लिया।

Shivam