पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया इंद्री अनाज मंडी का दौरा,  किसानों ने रोया दुखड़ा

10/3/2021 3:55:57 PM

इंद्री(मैनपाल)  :धान खरीद को लेकर किसानों के आक्रोश को देखते हुए सरकार द्वारा 3 अक्टूबर से धान की सरकारी खरीद शुरू की गई है। लेकिन 1 बजे तक यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी, जिसको लेकर किसानों ने काफी हंगामा किया। करीब 1:15 बजे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इंद्री की अनाज मंडी में पहुंचे। किसानों ने अपनी दयनीय हालात व सरकार की तानाशाही से पूर्व मुख्यमंत्री को अवगत करवाया।  

 पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह  हुड्डा ने कहा कि सरकार ने पहले धान खरीद के लिए 25 सितंबर धान खरीद की तारीख तय की थी उसके बाद 1 अक्टूबर की तारीख रखी गई ।जबकि हाइब्रिड वैरायटी सितंबर माह में ही पक कर तैयार हो जाती है। लेकिन 1 तारीख को सरकार ने नया फरमान जारी कर 11 अक्टूबर से धान खरीद की तारीख तय की । किसानों ने जब मजबूरी मैं सीएम आवास का घेराव किया तो धान खरीद 3 अक्टूबर से शुरू करने का फैसला लिया। लेकिन मंडी में धान की हालत देखिए अभी तक भी कोई भी सरकारी नुमाइंदा धान खरीद के लिए नहीं पहुंचा है। पूरी धान से भरी हुई है और जो धान खेतों में पक्की खड़ी है वह खेत में ही झड़ने वाली है। क्योंकि अभी तक तो सरकार की तैयारी ही नहीं हुई, जब तैयारी पूरी होगी तो इतनी धान को एकदम से सरकार कैसे कंट्रोल कर पाएगी।

मंडी के बाहर कोसों तक  ट्रैक्टर ट्राली की लाइनें लग जाएगी ।यह सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है। सरकार द्वारा धान खरीद को लेकर नए-नए फरमान जारी किए जा रहे हैं। धान खरीद को लेकर अगर हरियाणा की बात करें तो 15 सितंबर से शुरू हो जानी चाहिए,क्योंकि काफी वैरायटी 80 दिन में पक कर तैयार हो जाती हैं। इससे पेस्टिसाइड और पानी की भी बचत होती है। लेकिन सबसे पहले सरकार को किसानों का हित देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले प्रति एकड़ 33 क्विंटल धान खरीद का सरकार द्वारा नियम था। लेकिन अब भाजपा सरकार ने 25 क्विंटल कर दिया है। जबकि 1 एकड़ में 40 क्विंटल से भी अधिक पैदावार होती है ,बाकी धान को लेकर किसान कहां जाएगा ।नमी को लेकर भी बीजेपी सरकार ने नए-नए नियम बना दिए हैं। उसके मुताबिक तो किसान अपनी धान को बेची नहीं पाएगा । उन्होंने मंडी अधिकारियों से पूछा की खरीद शुरू क्यों नहीं हो पाई है और इस समय मंडी में कितनी धान मौजूद है। 
 

Content Writer

Isha