पूर्व हुड्डा की कड़ी चेतावनी, एकजुट हुए तो किसानों का प्रहार नहीं झेल पाएगी खट्टर सरकार

6/17/2017 10:40:35 AM

कुरुक्षेत्र: किसान पंचायत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कुरुक्षेत्र से न्याय का बिगुल बजाया है। हुड्डा के नेतृत्व में पहुंचे विधायकों, पूर्व मंत्रियों व अन्य नेताओं ने लगभग 5 घंटे कुरुक्षेत्र के लघु सचिवालय के समक्ष सरकार को चेताया और चेतावनी दी कि यदि जल्द किसानों की समस्याओं पर गौर नहीं किया तो राष्ट्रीय किसान महापंचायत कर आंदोलन तेज कर दिया जाएगा। महापंचायत में कुरुक्षेत्र, अम्बाला, करनाल, यमुनानगर के कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। कुरुक्षेत्र की किसान पंचायत में कांग्रेस के13 विधायकों ने किसानों को समर्थन देने का संकल्प किया। 

उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि किसान चुप है। उसे मरा हुआ न समझे। सरकार यह अच्छी तरह समझ ले कि वो एकजुट हुए तो किसानों का प्रहार नहीं झेल पाएगी। आज की किसान पंचायत में 14 प्रस्ताव पास किए जिनमें 12 प्रस्ताव पूर्व स्पीकर रघुबीर कादियान ने पेश किए व अन्य का जिक्र हुड्डा ने किया। किसी भी फसल की खरीद समर्थन मूल्य से कम पर हो तो उसे अपराध घोषित किया जाए। जिस दिन फसल बाजार में आए, उसी दिन एजैंसियां खरीद शुरू करें। बाजरा, मक्का सूरजमुखी और सरसों की खरीद पर कोई शर्त न हो। सभी 14 प्रस्ताव का कार्यकर्ताओं ने समर्थन दोहराया। 

इस अवसर पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा, फूल चंद मुलाना, कुलदीप शर्मा, पूर्व सूचना आयुक्त अशोक मेहता के अलावा विधायकों व पूर्व मंत्रियों ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर कुलदीप शर्मा, गीता भुक्कल, जयवीर वाल्मीकि, शकुंतला खटक, जयतीर्थ दहिया, राज्यसभा सदस्य शादी लाल बत्तरा आदि उपस्थित थे। किसान पंचायत में विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित हुए।

कांग्रेस में दिखी गुटबाजी
कांग्रेस की किसानों की समस्याओं को लेकर रखी किसान पंचायत में गुटबाजी नजर आई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक तंवर, रणदीप सुर्जेवाला, शैलेजा, किरण चौधरी के समर्थक कार्यकर्ता कहीं दिखाई नहीं दिए। इन्होंने महापंचायत से दूरी बनाए रखी।