पूर्व मंत्री और 6 बार के विधायक संपत सिंह ने छोड़ी कांग्रेस, परिवारवाद पर खोल गए ये पोल
punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 08:43 PM (IST)
हिसार (विनोद सैनी) : हरियाणा के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके प्रो. संपत सिंह ने रविवार को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है, जिसकी प्रतियां राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, बीके हरिप्रसाद और राव नरेंद्र को भी भेजी गई है।
पूर्व संपत सिंह मंत्री ने अपने त्यागपत्र में कांग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2009 से लगातार हो रही चुनावी हार के बावजूद किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली। उन्होंने टिकट चोरी और वोट चोरी जैसी अनियमितताओं पर कार्रवाई न होने को पार्टी की सबसे बड़ी विफलता बताया। उन्होंने कहा कि 2005 में भजनलाल के नेतृत्व में कांग्रेस ने 67 सीटें जीती थीं, लेकिन उसके बाद से हार का सिलसिला जारी है।
परिवारवाद और पक्षपात हावी- संपत सिंह
प्रो. सिंह ने कहा कि 6 बार विधायक और 2 बार कैबिनेट मंत्री रहने के बावजूद उन्हें संगठन में उचित भूमिका नहीं दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में योग्यता नहीं, बल्कि परिवारवाद और पक्षपात हावी है। पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं का लगातार अपमान किया, जिनमें भजनलाल, राव इंद्रजीत सिंह, कुलदीप बिश्नोई, अशोक तंवर और धर्मबीर सिंह जैसे नेता शामिल हैं।
इस्तीफे के लिए विवश हूं- संपत सिंह
उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता अब राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व दोनों से निराश है। मैं अपने प्रदेश के लोगों को निराश नहीं कर सकता। वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व पर अब मेरा विश्वास समाप्त हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा देने के लिए विवश हूं।
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