MPA स्कैम: घोटाले में पूर्वमंत्री शैलजा की माँ का भी नाम, कई आईएएस अधिकारी भी शामिल (VIDEO)

2/22/2018 3:37:07 PM

पंचकुला (उमंग श्योराण): हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के मल्टी प्लॉट अलॉटमेंट मामलें में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिसमें सामने आया है, कि इस पूरे मामले में वो लोग भी शामिल थे, जो सरकार के लिए लिए एचएसवीपी की पॉलसी बनाने में अहम रोल निभाते थे। इनमें हरियाणा से राज्य सभा सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा की मृतक मां, रिटायर्ड आईएएस जीजा पर भी मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा हरियाणा के कई पूर्व एमएलए का भी नाम सामने आया है।



वहीं इसके अलावा कई आईएएस, आईपीएस और टाउन प्लानिंग के अधिकारियों का नाम सामने आया है। वहीं इसके अलावा हरियाणा भर के क्रिमी लेयर लोग भी शामिल हैं। जिन्होंने एचएसवीपी में झूठे एफिडेविट देकर रिजर्व कैटेगरी के प्लॉट्स लिए।

असल में पंचकूला पुलिस की ओर से मामला दर्ज करने के बाद इन सभी केसों में अलग अलग इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर को लगाया है। जिसके चलते इन सभी केसों को हाईस्पीड से देखा जा सके। जिसमें यहां सभी केसों में अब इन सभी आरोपियों को सोमवार से नोटिस भी जारी किए जाएंगे।

पूर्वमंत्री शैलजा की मां पर मामला दर्ज
एचएसवीपी के रिकॉर्ड और पुलिस की एफआईआर के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरियाणा से राज्य सभा सांसद कुमारी शैलजा की मां पर भी मामला दर्ज किया गया है। कुमारी शैलजा की मां कलवती देवी वाईफ ऑफ दरबीर सिंह के नाम पर सेक्टर 6 में प्लॉट नंबर 600 अलॉट हैं। जिसके बाद कालवती के नाम पर फरीदाबाद में प्लॉट नंबर 925 को भी अलॉट किया गया। जिसके चलते मल्टीपल प्लॉट मामलें में शैलजा की मां के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

पूर्व एमएलए भी शामिल
हरियाणा की पूर्व एमएलए शांति राठी को पंचकूला सेक्टर 12ए में प्लॉट नंबर 686 अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद में प्लॉट नंबर 169 ए को अलॉट करवाया। इन पर भी मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा हरियाणा से पूर्व एमएलए रहे मूलचंद जैन को पंचकूला सेक्टर 6 में प्लॉट नंबर 590 अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 21ए में प्लॉट नंबर 41 को अलॉट करवाया। इनके नाम पर भी मामला दर्ज किया गया है।
हरियाणा के पूर्व एमएलए गया लाल को पंचकूला सेक्टर 8 में प्लॉट नंबर 951 अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 21ए में प्लॉट नंबर 713 को अलॉट करवाया। उसके नाम भी एफआईआर दर्ज की गई है।

ये हैं आईएएस, आईपीएस अधिकारी जिनके खिलाफ मामला दर्ज
पूर्व आईएएस और ईरीगेशन ऑफिसर डी.बी. गुलाटी को पंचकूला सेक्टर 11 में प्लॉट नंबर 1121 अलॉट था। जिसके बाद उन्होंने रिजर्व कैटेगिरी में फरीदाबाद सेक्टर 21ए प्लॉट नंबर 681 को अलॉट करवाया।

पूर्व आईएएस और पूर्व केंद्रीय मंत्री के शैलजा के रिश्तेदार आर.के.रंगा को पंचकूला सेक्टर 11 में प्लॉट नंबर 1176 अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 21ए में प्लॉट नंबर 646को अलॉट करवाया।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट से रिटायर्ड ऑफिसर एस.पी.वोहरा को पंचकूला सेक्टर 7 में प्लॉट नंबर 1083पी अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 21ए में प्लॉट नंबर 1452को अलॉट करवाया।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट से रिटायर्ड ऑफिसर सुरिंद्र सिंह आहूजा को पंचकूला सेक्टर 11 में प्लॉट नंबर 1010 अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 21ए में प्लॉट नंबर 43पी को अलॉट करवाया।
 हरियाणा सरकार में अच्छे पदों पर रहे पूर्व आईएएस अधिकारी की पत्नी रमा सिन्हा को पंचकूला सेक्टर 6 में प्लॉट नंबर 667पी अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 19 में प्लॉट नंबर 1147 को अलॉट करवाया।
हरियाणा सरकार में अच्छे पदों पर रहे और पूर्व आईएएस अधिकारी एल.एम. मेहता को पंचकूला सेक्टर 8 में प्लॉट नंबर 900पी अलॉट हुआ था िजसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 21ए में प्लॉट नंबर 494 को अलॉट करवाया।
हरियाणा के एक मंत्री के खासमखास राजीव शर्मा को पंचकूला सेक्टर 11 में प्लॉट नंबर 1191 अलॉट हुआ था िजसके बाद भी उन्होंने करनाल सेक्टर 13 में प्लॉट नंबर 2127 को अलॉट करवाया।
पूर्व हरियाणा सरकार में अहम पदों पर रहे और पूर्व आईएएस अधिकारी आर.एल. सुधीर को पंचकूला सेक्टर 11 में प्लॉट नंबर 1168पी अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर15ए में प्लॉट नंबर 818 को अलॉट करवाया।
हरियाणा के पूर्व एडिशनल एडवोकेट जनरल रहे कमल शर्मा को पंचकूला सेक्टर 8 में प्लॉट नंबर 917पी अलॉट हुआ था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 17 में प्लॉट नंबर 731 को अलॉट करवाया।
पूर्व आईएएस अधिकारी महा सिंह को पंंचकूला सेक्टर 12ए में प्लॉट नंबर 999 अलॉट था जिसके बाद भी उन्होंने फरीदाबाद सेक्टर 29 में प्लॉट नंबर 232 रिजर्व कैटेगिरी में अलॉट करवाया।

पंचकूला पुलिस की ओर से जारी किए जा रहे हैं नोटिस
असल में अब पुलिस की ओर अलग अलग इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर को लगाया जा रहा है। जिसमें सोमवार से इन सभी अधिकारियों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जिसके चलते सभी को यहां पुलिस थानें में बुलाया जाएगा। इसके लिए पुलिस की ओर पूछताछ के करने के लिए तीन नोटिस जारी किए जाएगें। अगर तीन नोटिस के दौरान आरोपी आता नहीं है, तो उसके कोर्ट से वारंट जारी करवाए जाएगें। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा।

ऐसे चला मल्टीपल प्लॉट अलॉटमेंट का खेल
यहां एचएसवीपी में प्लॉट पहले तो ड्रॉ के जरिए लिया गया, लेकिन उसके बाद रिजर्व कैटागिरी में रेट में छुट मिलती थी। जिसके चलते एचएसवीपी में झूठे एफिडेविटदिए गए, कि उनके पास कोई भी प्लॉट नहीं हैं। यानी इन एफिडेविड के दम पर इन प्लॉट्स को लिया गया। जिसके चलते पॉलसी के अनुसार इन्हें पकडा गया और अब मामला दर्ज करवाया गया है।