कॉमनवेल्थ कुश्ती में पहली बार मैट पर उतरेंगी 4 फौगाट बहनें, साक्षी मलिक का भी चयन (VIDEO)

12/4/2017 10:29:03 PM

चरखी दादरी(प्रदीप साहू): साउथ अफ्रीका में 14 से 17 दिसम्बर तक होने वाली कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में फौगाट बहनें एक साथ उतरने वाली हैं। चैंपियनशिप में देश की 20 महिला पहलवानों का चयन हुआ है, इनमेें 16 महिला पहलवान हरियाणा की है। हरियाणा की बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वो किसी से कम नहीं हैं। टीम में चार पहलवान यूपी की हैं। टीम में ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक का भी चयन हुआ है।

चैंपियनशिप में पहली बार एक साथ उतरेंगी फौगाट बहनें
फौगाट बहनों के नाम से जानी वाली चरखी दादरी के बलाली गांव की गीता फौगाट, रितु फौगाट, संगीता फौगाट तीनों सगी बहनें और उनके चचेरी बहन विनेश फौगाट चैंपियनशिप में पहली बार एक साथ मैट पर उतरेंगी। अभी तक विदेशों में गीता, बबीता और विनेश ही एक साथ प्रतियोगिताओं में मैट पर उतरी हैं। बताया गया है कि टीम में यूपी की चार पहलवान पूजा तोमर, गार्गी यादव, दिव्या काकरान, मन्नू तोमर भी शामिल हैं। कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप का आयोजन साउथ अफ्रीका में 14 से 17 दिसंबर तक होगा। चैंपियनशिप में हर देश से दो टीमें जाती हैं। महिला कुश्ती के 10 वेट कैटेगिरी में दो-दो महिला पहलवानों का चयन हुआ है।

इन महिला पहलवानों का हुआ है चयन  
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के लिए महिला पहलवानों की दो टीमें जाएगी जिनमें रितु फौगाट, निर्मला, सीमा, पिंकी, विनेश फोगाट, मनीषा, पूजा ढांडा, संगीता फौगाट , गीता फौगाट, रविता, साक्षी मलिक, पूजा तोमर, रितु मालिक, गार्गी यादव, दिव्या काकरान, मोनिया, किरण, मन्नू तोमर, पूजा और कविता शामिल हैं।

देश के लिए मेडल जीतने की काफी उम्मीद: मलिक
भारतीय महिला कुश्ती के चीफ कोच कुलदीप मलिक ने फोन पर बताया कि कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के लिए भारत की दो टीमें जाएगी। इसमें से ए टीम को सरकार अपने खर्च पर भेजती है तो बी टीम की पहलवानों को खुद के खर्च पर जाना होगा। जिन 20 पहलवानों टीम में रखा गया है, उनमें से 16 पहलवान अकेले हरियाणा की रहने वाली है तो यूपी की 4 पहलवानों ने जगह बनाई है। इन सभी पहलवानों से उम्मीद है कि वह देश के लिए मेडल जीतकर लाएगी।

परिवार में खुशी, मेडल की उम्मीदें
चरखी दादरी के गांव बलाली में फौगाट की चार बहनों का कॉमनवेल्थ में सलेक्शन होने पर जहां फौगाट परिवार को काफी उम्मीदें हैं वहीं परिवार सहित गांव व जिलेभर के लोगों में खुशियां हैं। अर्जुन अवार्डी व पिता महावीर फौगाट कहते हैं कि उनकी चारों बेटियों का एक साथ कॉमनवेल्थ में चयन हुआ है। दिल में काफी खुशी है, यह खुशी उस समय दोगुनी हो जाएगी जब चारों बेटियां देश के लिए मेडल लेकर पहुंचेंगी। सभी बेटियों ने इस बार काफी कड़ी मेहनत की है। बेटियों की मेहनत बेकार नहीं जाएगी। 

ग्रामीणों का दर्द जुबां पर आया
गांव की पांच अंतर्राष्ट्रीय बहनों के नाम से प्रसिद्ध गांव बलाली के ग्रामीणों को फौगाट बहनों के कॉमनवेल्थ में चयन होने पर खुशी है वहीं गांव के विकास को लेकर ग्रामीणों का दर्द भी जुबां पर आया। ग्रामीण करतार सिंह ने बताया कि गांव की बेटियों ने देश-विदेश में नाम कमाया है। वहीं उनके गांव में विकास नहीं होने का दर्द है। कुश्ती में नाम कमाने वाली बेटियों के गांव में कोच की भी व्यवस्था नहीं है।