सनसनी: बंद घर में मिली चार लोगों की लाश, बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस की दी सूचना

7/22/2019 7:50:21 PM

गोहाना (सुनील जिंदल): सोनीपत के गोहाना उपमंडल के गांव दोदवा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक बंद घर के अंदर परिवार के ही चार सदस्यों की लाशें सड़ी-गली हालत में मिली हैं। शवों की पहचान घर के ही पिता, दो पुत्र व एक पुत्री के रूप में हुई है, इनकी मौत दो या तीन दिन पहले ही हुई है। मामले की भनक तब लगी बच्चों के स्कूल न जाने पर सरकारी स्कूल के शिक्षक ने दूसरे बच्चों को उनके घर उन्हें बुलाने के लिए भेजा। जब बच्चे घर पहुंचे तो वहां से बदबू आई, वहीं पड़ोसियों ने घर में जाकर देखा तो सारा मंजर भयावह दिखा, जिस पर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने चार शवों को बरामद किया है।

मूल रूप से दिल्ली में नजफगढ़ में गांव दीनपुर निवासी महेंद्र करीब सात साल से अपने बच्चों के साथ गांव दोदवा में रह रहा था। दोदवा में महेंद्र की बहन शादीशुदा है लेकिन वह उससे अलग रहता था। महेंद्र का अपनी पत्नी नूरजहां से मनमुटाव चल रहा था और वह करीब दो माह पहले घर से चली गई थी। इससे महेंद्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा।



 करीब चार दिन पहले महेंद्र ने अपने बेटे समीर (11), बेटी सोनिया (9) और बेटे राज (6) को घर पर ही जहरीला पदार्थ खिला दिया और बाद में स्वयं भी खा लिया। इस घटना में चारों की मौत हो गई। तीनों बच्चे गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। चार दिन से बच्चे स्कूल नहीं गए तो एक शिक्षक ने सोमवार को कुछ बच्चों को महेंद्र के घर भेजा। 

जब स्कूली बच्चों ने महेंद्र के घर में प्रवेश किया तो दुर्गंध आ रही थी और तीनों बच्चों के शव एक चारपाई व महेंद्र का शव बेड पर गली-सड़ी हालत में पड़ा था। बच्चों ने स्कूल पहुंच कर घटना के संबंध में अपने शिक्षकों को बताया। इसके बाद यह घटना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गोहाना के नागरिक अस्पताल में भिजवाया। 



वहां से चिकित्सकों ने चारों शवों को बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज के अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। पुलिस ने महेंद्र के भांजे सद्दाम के बयान दर्ज करके कार्रवाई की। मृतक महेंद्र के भांजे सद्दाम ने बताया कि उसकी मामी नूरजहां से मनमुटाव के चलते मामा परेशान रहता था। मामी करीब दो माह पहले घर से भी चली गई थी, जिससे महेंद्र अधिक परेशान रहने लगा। मानसिक परेशानी के चलते ही महेंद्र ने पहले बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया और बाद में स्वयं निगल लिया।

Shivam