बीपीएस कॉलेज के लेखाकार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज, फर्जी तरीके से किया था ज्वाइन

3/21/2020 5:54:24 PM

गोहाना (सुनील जिंदल): भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज के लेखाकार और एक निजी स्कूल के सचिव पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। मेडिकल कॉलेज के लेखाकार पर फर्जी कागजात तैयार कर 6 वर्ष उम्र कम करके लेखाकार पद पर ज्वाइन करने का आरोप है। सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज होने पर मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई। विजिलेंस ब्रांच, रोहतक ने आरोपी लेखाकार सतपाल और स्कूल सचिव जितेंद्र सरोहा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। विजिलेंस की तरफ से इस संबंध में आगामी कार्रवाई के लिए महिला मेडिकल कॉलेज को भी लिखा है।

सोनीपत के न्यू जीवन नगर के रहने वाले सतनारायण ने वर्ष 2017 में सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने लेखाकार सतपाल के प्रमाण पत्रों की जांच करने की मांग की थी। उनका आरोप था कि सतपाल ने जन्म तिथि के साथ छेड़छाड़ की है। सीएमओ कार्यालय से जुटाई जानकारी के अनुसार उसकी जन्मतिथि वर्ष 1980 है। सतपाल ने वर्ष 2005 में 10वीं की थी, जिसमें जन्म तिथि 4 मई 1980 दर्शाई है। वर्ष 2005 में ही राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान से 10वीं की गई। जिसमें जन्मतिथि 3 मई 1986 दर्शाई है। प्रमाण पत्रों में पिता का नाम ठीक है, लेकिन उनकी मां का नाम बदला हुआ है। 

विजिलेंस को सौंपी गई जांच
सीएम विंडो ने मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी, जुलाई 2019 में विजिलेंस ने जांच पूरी करके अंतिम रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेज दी। जिसमें लेखाकार सतपाल और निहाल सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लहराड़ा के सचिव जितेंद्र सरोहा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराने की सिफारिश की गई। सर्टिफिकेट स्कूल की तरफ से जारी किया गया, इसलिए संस्थान सचिव के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की। 

सतनारायण ने सरकार ने आरोपी लेखाकार का सहयोग करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कॉलेज के कुछ अधिकारी और भाजपा नेता उन्हें बचाने के नियमों के विरूद्ध जाकर मदद की है। ये अधिकारी अपने प्रभाव से जांच को भी प्रभावित कराने का प्रयास कर रहे थे। आरोपी को बचाने के लिए सीएम विंडो पर आरोपी के पक्ष में गलत रिपोर्ट डाली। इसलिए विजिलेंस को इनके खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए।

कांग्रेस व भाजपा दोनों ही सरकारों में विवाद 
उल्लेखनीय है कि भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई विभिन्न पदों की भर्तियां विवादों में रही है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ब्लड बैंक में क्लर्कों की भर्ती, नर्सों की भर्ती सहित अन्य पदों की भर्तियों विवादों में रही है। इन भर्तियों की जांच चल रही है। वहीं, भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई नर्सों की भर्ती भी अनियमितता मिलने पर रद्द करनी पड़ी थी।

Shivam