कॉन्ट्रैक्ट दिलवाने के नाम पर 13 लाख की धोखाधड़ी

12/15/2019 1:52:33 PM

बास(पंकेस): उपमंडल के गांव राजथल निवासी युवक के साथ कुछ लोगों द्वारा एक कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट कर काम दिलवाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुलिस ने युवक के बयान पर कंपनी सहित 5 लोगों के खिलाफ  मामला दर्ज कर किया है।

 फिलहाल मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गांव राजथल निवासी बिजेन्द्र चहल ने पुलिस शिकायत में बताया कि जींद में ग्रीन नैटवर्क नाम से एक कंपनी बिजनैस करती है जिसमें काम करने वाले बरवाला के बनभौरी निवासी विक्रम व जींद के बीबीपुर निवासी अजीत अप्रैल 2018 में मेरे घर पर गांव राजथल में आए। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी में ग्रीन एप्पल वैल्फेयर सोसायटी नामक कंपनी है जो भारत सरकार से स्वच्छ भारत मिशन परियोजना के बारे में एग्रीमैंट करती है।

कंपनी का आपके साथ भी सब कॉन्ट्रैक्ट करवा देते हैं जिसमें बहुत अच्छा मुनाफा है। विक्रम व अजीत ने कहा कि कंपनी के मालिक धनंजय राजेश्वर पूरी व अरविंद कुमार के साथ उनकी अच्छी जान पहचान है। उसके कुछ दिन बाद वो धनंजय व अरविंद को अपने साथ लेकर उसके घर पर आ गए। उन्होंने लैपटॉप पर कंपनी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने उसे 13 जिलों के सब कॉन्ट्रैक्ट दिलाने की बात कही, जिसके लिए उन्होंने साढ़े 17 लाख रुपए की डिमांड की। 17 अक्तूबर 2018 को ग्रीन नैटवर्क कंपनी के एक्सिस बैंक के खाते में 12 लाख रुपए एन.ई.एफ.टी. से ट्रांसफर कर दिए। 18 अक्तूबर को फिर उसी खाते में 3 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद उन्होंने कहा कि बाकी के अढ़ाई लाख रुपए भी जल्द भेज दो ताकि काम शुरू किया जा सके।

 उसके कुछ दिन बाद विक्रम व अजीत उसके घर पर आकर डेढ़ लाख रुपए ले गए और बाकी एक लाख कंपनी के मालिक धनंजय और अरविंद को उन्होंने दे दिए। साढ़े 17 लाख रुपए कंपनी में जमा होने के बाद उन्होंने उसके साथ एक एग्रीमैंट भी साइन किया। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब उनको कोई काम नहीं मिला तो उन्होंने उनसे बात की तुम हो मामले को आगे तक टरकाते रहे। कुछ समय बाद जब उनको शक हुआ तो उन्होंने कंपनी व उसके मालिकों की हड़ताल की तो पता चला कि कंपनी न तो भारत सरकार के साथ रजिस्टर्ड है और न ही इस प्रकार के कार्य सरकार के साथ मिलकर कंपनी करती है। तब उनको एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। 

Edited By

vinod kumar