हरियाणा में बंद होने के कगार पर स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति, ढाई साल से खाली है अध्यक्ष का पद

3/26/2023 6:43:00 PM

चंडीगढ़ (चन्द्रशेखर धरणी) : हरियाणा में स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति बंद होने के कगार पर पहुंच गई है। पिछले करीब ढाई सालों से अध्यक्ष पद भी खाली है। सरकार के सामने बड़ी समस्या स्वतंत्रता सेनानियों की कम संख्या है। प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानी लगातार स्वर्ग सिधार रहे हैं। प्रदेश में विभागों के विलय के बाद सैनिक तथा अर्ध सैनिक कल्याण मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है। विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन सदन में यह मुद्दा उठाया गया।

हरियाणा गठन के समय प्रदेश में कुल 5500 स्वतंत्रता सेनानी थे। जिनमें 2500 आजाद हिंद फौज से जुड़े हुए थे। जिसके चलते सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति का गठन करके समय-समय पर स्वतंत्रता सेनानियों को इसका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सदस्य नियुक्त किया गया।

वर्तमान में प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानियों की विधवा तथा आश्रितों की संख्या 345 है। प्रदेश में वर्ष 2014 के बाद सम्मान समिति के सदस्यों की नियुक्ति नहीं की गई। जनवरी 2021 में सम्मान समिति के अध्यक्ष ललिता राम का कार्यकाल पूरा होने के बाद सरकार ने इस पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुसार इस पद के लिए केवल स्वतंत्रता सेनानी को ही अध्यक्ष के रुप में नियुक्त किए जाने का प्रावधान रखा गया है। उपलब्ध रिकार्ड के मुताबिक प्रदेश में इस समय केवल छह स्वतंत्रता सेनानी ही जीवित हैं। सभी की आयु सौ साल के करीब है। वर्तमान में किसी भी स्वतंत्रता सेनानी ने इस पद के लिए आवेदन नहीं किया है। जिस कारण से स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति का गठन नहीं किया गया है।

विधानसभा में सरकार से इस मुद्दे पर जवाब मांगने वाले विधायक वरूण चौधरी का तर्क है कि स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों व परिजनों की बहुत सी समस्याएं हैं। जिनके लिए वह परेशान हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि नियमों में संशोधन करके सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों में से किसी को नामजद करके दोबारा स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति का कामकाज शुरू करे।

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Content Editor

Mohammad Kumail