दोस्तों ने ही किया था नायब सैनी के भतीजे का किडनैप, फेक प्रोफाइल से होती थी चैटिंग

6/21/2017 3:28:16 PM

अम्बाला शहर (मुकेश):फेसबुक पर युवती की फेक आई.डी. बनाकर आरोपियों ने राज्य मंत्री नायब सैनी के भतीजे अनिश से करीब महीना भर चैटिंग की। विश्वास में लेने के बाद आरोपियों ने उसे मिलने के लिए बुलाया और फिर उसका अपहरण कर लिया लेकिन जब अनिश के अपहरण की बात सार्वजनिक हुई तो आरोपी पुलिस सायरनों की आवाजों से घबराकर उसे बेगना नदी के पास अर्धबेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए। 

इस बात का खुलासा पकड़े गए 3 आरोपी गांव खेड़की के जसप्रीत, लवप्रीत व गांव रज्जूमाजरा के विकास चिल्लर ने पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ के बाद किया है। मामले में चौथा आरोपी विकास की बुआ का लड़का जुवेनाइल है जो बराड़ा के नजदीक एक गांव में रहता है जबकि जसप्रीत व लवप्रीत दोनों भाई हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पुलिस ने अदालत में पेश किया जहां से इन्हें 2 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। रिमांड के दौरान पुलिस वारदात में इस्तेमाल की गई कार, चेन, मोबाइल व नकदी बरामद करने का प्रयास करेगी। 

मांगी थी 2 करोड़ की फिरौती
अपहरण करने के बाद आरोपियों ने अनिश को नशीला पदार्थ सुंघा दिया। बेहोशी छाने के बाद उसके हाथ-पैर व मुंह बांधकर आरोपियों ने उसे काफी देर तक रज्जूमाजरा के पास सुनसान पार्क में लिटाए रखा था। इसके बाद आरोपी उसे लवप्रीत की लिवा गाड़ी में डालकर ले गए। गांव भूड़ के पास आरोपियों ने फोन करके उसके पिता से पहले 1 करोड़ रुपए फिरौती की डिमांड की थी। डिमांड पूरी न होने की सूरत में अनिश का सिर काटने की धमकी भी दी थी। आरोपियों ने दोबारा फोन करके 2 करोड़ रुपए की डिमांड की। वारदात के दौरान आरोपी यू.पी. के लोगों के स्टाइल में बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अनिश से मारपीट भी की थी।

पुलिस सायरन से घबराकर भागे थे आरोपी
अपहरण के बाद आरोपी अनिश को कार में डालकर क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में लेकर घूमते रहे। उधर, जब अपहरण की वारदात की जानकारी पुलिस को मिली तो पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में तुरंत नाकाबंदी कर दी और पुलिस सक्रियता अचानक बढऩे से रोड से एक के बाद एक पुलिस की कई गाडिय़ां सायरन बजाती हुईं निकली। इस दौरान अम्बाला पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवार ने मौके का मुआयना किया। राज्यमंत्री की गाड़ी भी इसी मार्ग से होकर निकली। संयोग से ए.डी.जी.पी. की गाड़ी भी इस मार्ग से होकर निकली। सी.आई.ए. स्टाफ-नारायणगढ़ सहित मामले को सुलझाने के लिए गठित की गई पुलिस की 2 स्पैशल टीमें भी पूरे क्षेत्र में सायरन बजाती हुई घूमती रहीं। पुलिस का सायरन सुनकर आरोपी घबरा गए। खुद को घिरा हुआ महसूस करके वह अनिश को बेगना नदी के पास छोड़कर भाग गए।

नंगौली के युवक ने पहुंचाया घर
बेगना नदी के पास से अनिश को गांव नंगौली के हिमांशु ने घर पहुंचाया। हिमांशु वहां से अपनी बाइक पर जा रहा था। तभी उसने अनिश को गिरा पड़ा देखा तो वह उसकी मदद के लिए रुक गया। अपने फोन से हिमांशु ने अनिश के पिता को उसकी जानकारी दी, जिसके बाद वह उसे वहां से घर ले गया। 

कॉलेज में इकट्ठे पढ़ते हैं तीनों
अनिश, जसप्रीत व विकास नारायणगढ़ के गवर्नमैंट कालेज में पढ़ते हैं। जसप्रीत व विकास बी.ए. फाइनल व अनिश ने फाइनल के पेपर दिए हैं। बताया जा रहा है कि तीनों में कालेज में ही किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने उसके अपहरण की योजना बनाई और पैसों की तंगी के चलते रुपए की डिमांड की।