अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाएं सितम्बर माह के अंत तक सम्पन्न हो जाएंगी: प्रो. कुठियाला

9/1/2020 1:55:43 PM

चंडीगढ़(धरणी):  हरियाणा में सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाएं सितम्बर माह के अंत तक सम्पन्न हो जायेगी। अक्तूबर, 2020 की समाप्ति से पहले सभी रिजल्ट भी घोषित हो जाएगें। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा आहुत तरंग बैठक में यह निर्णय और निष्कर्ष सामूहिक रूप से लिये गए। इस बैठक में राज्य पोषित सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रकों ने सहभागिता की। बैठक की अध्यक्षता हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद प्रो बृज किशोर कुठियाला अध्यक्ष  ने की।

इस बैठक में  अंकुर गुप्ता,  प्रधान सचिव उच्च शिक्षा तथा अजीत बालाजी जोशी, महानिदेशक उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा का सानिध्य भी प्राप्त हुआ। प्रो बृज किशोर कुठियाला  के अनुसार अनुमान है कि लगभग 2 लाख से अधिक विद्यार्थियों को, जो स्नातक या स्नातोकत्तर पाठयक्रमों के अन्तिम वर्ष में है, इन परीक्षाओं मे बैठने का प्रबन्ध किया गया है। उच्च परिषद के प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्रिय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की अनुशंसाओं को राज्य सरकार ने सहमति प्रदान की थी और उन अनुशंसाओं के अनुसार ही सभी परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है। उल्लेखनीय है कि माननीय उच्चतम न्यायलय ने भी निर्णय दिया है कि अन्तिम वर्ष की परीक्षाएं करवाना अनिवार्य है।

सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने इस संकल्प को दोहराया कि कोविड-19 के संदर्भ में केन्द्रिय सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से जो स्टेंडर्ड प्रोसीजर अर्थात मानक संचालन प्रक्रिया का अक्षरसहः पालन किया जाएगा। सभी विश्वविद्यालयों में अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए कम्पार्टमेंट और रि-अपियर की परीक्षा का भी प्रावधान है। हरियाणा के उच्च शिक्षा के अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों को विशेष छूट दी गई है कि वे आॅनलाईन या आॅफलाईन किसी भी तरीके से परीक्षा दे सकते है।

चर्चा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि अधिकतर विद्यार्थी ऑफलाईन परीक्षा के पक्षधर रहे परन्तु एक बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने आनलाईन परीक्षा देने के विकल्प को भी चुना है। आनलाईन परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के द्वारा नकल रोकने या किसी ओर द्वारा परीक्षा न देने के उपाय भी सभी विश्वविद्यालयों ने सुचारू रूप से किये है परन्तु उनको सार्वजनिक करना परीक्षा की विश्वसनियता बनाए रखने के लिये उचित नही होगा। प्रो बृज किशोर कुठियाला ने बताया कि दूर स्थानों से आने वाले है उनको एक दिन या अधिक दिनों के लिए हाॅस्टल में रहने की व्यवस्था भी की जाएगी परन्तु एक कमरे में एक ही विद्यार्थी रहे इसका ध्यान रखा जाएगा।

परीक्षा केन्द्रों मे भी कम से कम दो गज की दूरी दो परीक्षार्थियों में रहेगी इसके लिए व्यवस्था की गई है कि डेट शीट इस प्रकार बने की एक समय में कम से कम विद्यार्थी ही परिसर में आये। सभी मास्क लगायें व सेनीटाईज करें। काॅलेज के विद्यार्थी काॅलेज में ही परीक्षा दे पायेगे। लगभग सभी विश्वविद्यालयों के परिसर में चल रहे पाठयक्रमों की परीक्षा का दायित्व डीन और विभागाध्यक्ष को दिया गया है। काॅलेजों मेें सुचारू रूप से परीक्षा हो इसके लिए प्राचार्याे को दायित्व दिया गया है।

हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि मार्च, 2020 के बाद समस्त शिक्षण आनलाईन के माध्यम से हुआ है इसलिए हर परीक्षा में समय व विकल्पों में ढील भी दी गई है। आॅनलाईन परीक्षा के लिए अपलोडिंग और डाउनलोडिंग के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है। प्रधान सविच उच्च शिक्षा  अंकुर गुप्ता व महानिदेशक उच्च शिक्षा अजित बालाजी जोशी ने भी कुलपतियों से कुछ विषयों पर पूछताछ की। चर्चा में यह उभर कर आया कि परीक्षाओं के प्रश्नपत्र तीनो तरह के होंगे बहुविकल्पी प्रश्न भी होगें तथा संक्षिप्त उत्तर व व्याख्या आदि के प्रश्न भी होंगे।

उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का भी सुचारू प्रबन्ध हर एक विश्वविद्यालय ने अपने-अपने तरीके से किया है। विशेष बात यह है कि जिन विश्वविद्यालयों ने परीक्षाएं प्रारम्भ कर दी है उनमें से कुछ के परिणाम घोषित भी हो चुके है। प्रो कुठियाला ने विश्वविद्यालयों द्वारा केन्द्रिय शिक्षा मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार परीक्षाओं की सुचारू व्यवस्था करने के लिए सभी कुलपतियों, कुलसचिवो और परीक्षा नियंत्रको की सराहना की और सुचारू रूप से परीक्षाएं होने व शीघ्र अति शीघ्र रिज़ल्ट निकालने के लिए शुभाकामनाएं दी।


उन्होंने कहा कि इस संकट के समय विश्वविद्यालयों के प्रशासन की टोलियों ने अत्यन्त सराहनीय काम किया है। यह भी बताया कि पिछले वर्ष के विद्यार्थियों की कक्षाओं का आनलाईन कार्य तीव्र गति से चल रहा है। सितम्बर मास में परीक्षाओं के साथ-साथ नए एडमिशन भी हो जाएगें और अक्तूबर से परिस्थितियों के अनुसार जितना सम्भव हो सकेगा उतनी सामान्य पढ़ाई प्रारम्भ हो जाएगी। यह भी बताया गया कि जो विद्यार्थी वास्तविक कारणों के कारण परीक्षा नही दे सकेगें उन्हे परीक्षा का एक मौका ओर दिया जाएगा।

 

Isha