पाला व शीत लहर बने अन्नदाता की बर्बादी की वजह, 6 एकड़ में लगी टमाटर की फसल पूरी तरह नष्ट

2/4/2023 12:34:49 PM

रेवाड़ी (महेंद्र) : देश के अन्नदाता पर एक बार फिर कुदरत की मार पड़ी है। पिछले दिनों जिले में पड़े पाले व शीत लहर से सब्जियों को भारी नुकसान हुआ है। टमाटर, बेंगन, मटर, गोभी, टिंडा आदि सब्जियों पर पाले की जबदस्त मार पड़ी है। इस पाले व सर्दी से कई एकड़ में उगी फसल गल चुकी है। जिसे लेकर किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है और किसानों ने सरकार से मुख्यमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा देने की मांग की है। 

बता दें कि धारूहेड़ा में 6 एकड़ में लगी टमाटर की फसल इस कदर बर्बाद हो चुकी है कि संबंधित किसान व कर्मचारियों के साथ-साथ यहां निकलने वाला हर व्यक्ति हैरान है। किसान मजबूरन टमाटर के पेड़ों को उखाड़ कर फेंक रहा है। गौरतलब है कि किसान यशपाल ने धारूहेड़ा स्थित अपने एग्रो फार्म की 6 एकड़ जमीन में टमाटर की फसल उगाई थी। 

यशपाल का कहना है कि नवम्बर व दिसम्बर में टमाटर की फसल अपने चरम पर थी लेकिन जनवरी माह में पड़े सूखे पाले व लगातार पड़े कोहरे ने फसल को भारी नुकसान पहुंचाया। टमाटर के साथ-साथ पूरा पेड़ गल रहा है। टमाटर अपने आप टूट कर गिर रहे हैं और सड़ रहे हैं। सड़े टमाटरों की बदबू से यहां काम करने वाले कर्मचारियों का बुरा हाल है। कर्मचारी सड़े टमाटर को उठाने में जुटे हुए हैं लेकिन सर्दी के बाद अचानक निकली तेज धूप से भी टमाटर खराब हो रहा है। पेड़ भी पूरी तरह गल कर टूट गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल भारी मात्रा में टमाटर लगे हुए है, जो खराब हो चुके हैं। टमाटर की फसल मार्च तक चलनी थी, लेकिन मौसम की मार ने टमाटरों को सड़ा दिया है। जिससे टमाटर की 40 प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हो चुकी है। बची हुई फसल को जल्द से जल्द एकत्रित कर बचाने का प्रयास किया जा रहा है। किसान यशपाल ने कहा कि बर्बाद हुई 40 प्रतिशत फसल से उसे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। 

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Content Writer

Manisha rana