वी.आई.पी. कल्चर की प्रतीक बत्ती पर फुल स्टॉप

5/2/2017 12:18:33 PM

जींद:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वी.आई.पी. कल्चर पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के तहत खुद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक की गाड़ियों से लाल और पीले तथा नीले रंग की बत्तियों पर पूर्ण रोक लगा देने के फैसले के बाद गत दिवस जींद में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की गाड़ियां बिना बत्ती के नजर आई। इससे वी.आई.पी. कल्चर पर फुल स्टॉप लग गया। गत दिवस डी.सी. विनय सिंह, एस.एस.पी. शशांक आनंद, एस.डी.एम. राकेश कुमार समेत किसी भी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी की गाड़ी पर पीले रंग की बत्ती नजर नहीं आ रही थी। इसी तरह सिविल सर्जन, आबकारी एवं कराधार विभाग की उपायुक्त, तहसीलदार, जिला राजस्व अधिकारी और न्यायिक अधिकारियों में किसी की भी गाड़ी पर बत्ती नहीं थी। यह वी.आई.पी. कल्चर पर लगाया गया प्रधानमंत्री का फुल स्टाप था। 

केवल झंडी से चल रहा पता, गाड़ी बड़े अधिकारी की
सरकारी अधिकारियों की गाड़ियों से बत्ती हट जाने के बाद जिले में अब केवल डी.सी., एस.एस.पी. और सैशन जज की सरकारी गाड़ियों पर केवल उनकी झंडी रह गई है। इन झंडियों से ही यह पता चल रहा है कि यह गाड़ी बड़े अधिकारियों की हैं। 

पहले निजी गाड़ियों पर भी लगी रहती थीं बत्तियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वी.आई.पी. कल्चर की प्रतीक बन चुकी लाल, पीले और नीले रंग की बत्तियों पर पूर्ण रोक लगाने के फैसले से पहले जींद में आलम यह था कि बड़े अधिकारियों की बात तो दूर, कई अधिकारी भी अपनी निजी कारों पर पीली और नीले रंग की बत्ती लगाकर खुद को वी.आई.पी. साबित करने के फेर में कानून का भी उल्लंघन कर रहे थे। 

वायरल मैसेज बन रहा चर्चा का विषय 
सरकारी अधिकारियों की गाड़ियों से हर तरह की बत्ती गत दिवस सदा-सदा के लिए उतर जाने के बाद सोशल मीडिया पर एक मैसेज चर्चा का विषय बना हुआ है। इस वायरल मैसेज में यह कहा जा रहा है कि बिना बत्ती के अधिकारियों की सफेद रंग की गाड़ियां किसी विधवा की तरह नजर आ रही हैं।