भंड़ाफोड़: आईवीएफ की आड़ में चल रहा लिंग जांच का खेल

1/30/2018 11:28:04 AM

गुडग़ांव(ब्यूरो): सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी शहर के अस्पतालों में लिंग जांच का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। ताजा मामला सेक्टर-40 स्थित बोर्न हाल आईवीएफ केन्द्र है आरोपों के मुताबिक क्लीनिक का न तो हरियाणा मेडिकल कौसिंल में रजिस्टे्रशन है न तो क्लीनिक द्वारा प्रदेश में लागू पीसी पीएनडीटी एक्ट का पालन किया जा रहा हैं। लिहाजा पीड़ित ने मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग की। जहां विभाग के अधिकारियों ने एक टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं।

विभाग में दर्ज शिकायत के मुताबिक काला दहिया निवासी सी-55 नन्हे पार्क उत्तम नगर मटियाला के रहने वाले हैं। 6 जनवरी 2018 को इन्होंने गुडग़ांव के सेक्टर-40 स्थित बॉर्न हाल क्लीनिक में मरीज को लेकर गए। जहां डॉ. पुनीत राणा अरोरा जिनका हरियाणा मेडिकल कौंसिल में रेजिस्ट्रशन भी नहीं है इसके बावजूद डॉक्टर बॉर्न हॉल क्लीनिक पर अल्ट्रासाउंड करती है और पेशेंटका आईवी एफ ट्रीटमेंट ट्रीटमेंट भी करती है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व डॉ. पुनीत राणा अरोरा पहले दिल्ली में अपनी प्रैक्टिस करती थी ये लोग कन्या भ्रूण हत्या को बढ़ावा देते है। 

उन्होंने बताया कि  6 जनवरी को अल्ट्रासाउंड कराने के दौरान डॉक्टर ने भी पूछा की लड़का चाहिए या लड़की। इतना ही नही डाक्टर ने मरीज से अपनी दुबई स्थित क्लिनिक पर इसकी सुविधा उपलब्ध होने की बात कही। वही पीड़ित द्वारा मामले की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एक कमेटी का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सोमवार को पीड़ित पक्ष्को बुलाया गया था। जहां उनसे इलाज संबंधी दस्तावेज व अन्य कागजात मांगें गए हैं। ज्ञात हो कि प्रदेश में गर्भ में लिंग जांच करना पीसी पीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन हैं बावजूद इसके अस्पतालों में चोरी छुपे लिंग जांच करने के मामले उजागर होते रहे हैं। 

मामले की शिकायत पर विभाग ने एक टीम का गठन कर दिया हैं। शिकायतकर्ता से जरूरी दस्तावेज मांगें गए है। टीम ने अस्पताल संचालकों से पूछताछ के साथ मामले की जांच शुरू कर दी हैं। उन्होंने बताया कि हम आईवीएफ के इलाज के लिए अस्पताल गए थे। लेकिन वहां पर गर्भ में लिंग चयन की बात पूछी गई। जो हमें नागवार गुजरी शिकायत इस आधार पर किया क्योकि ऐसे कृत्य से कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को बल मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग से मामले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद करते है।