सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य काबू, मंत्री विज के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई

12/28/2021 9:29:32 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के संज्ञान में आने की बदौलत प्रदेश में सैन्य भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने काबू कर लिया है। आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। इस मामले में गृह मंत्री अनिल विज द्वारा पुलिस को त्वरित कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को गृह मंत्री के शास्त्री कॉलोनी स्थित आवास पर इस मामले के शिकायतकर्ता पहुंचे और उन्होंने मंत्री विज का आभार जताया और धन्यवाद किया। उन्होंने कहा मंत्री विज की त्वरित कार्रवाई की बदौलत ही युवाओं से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य काबू किए जा सके हैं।

मामले के शिकायतकर्ता एवं कैंट के डिफेंस कालोनी में डिफेंस अकादमी चलाने वाले रोहताश शर्मा व अन्य ने बताया कि वर्ष 2015 से 2017 तक हरियाणा के अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों के युवाओं को सेना में भर्ती करने के नाम पर ठगी का खेल चल रहा था। उनकी अकादमी के ही लगभग 110 युवाओं को आरोपियों ने सेना में भर्ती करने झांसा दिया था। उनकी अकादमी के अलावा अन्य युवा भी थे जोकि ठगी का शिकार हुए थे। प्रत्येक युवक से सेना में भर्ती के नाम पर आरोपियों ने सवा 4 लाख रुपए  लिए थे। 

करोड़ों रुपए की ठगी इस मामले में लिप्त मुख्य आरोपी महिला परवेश कुमारी सहित उसके अन्य साथियों द्वारा करने का आरोप लगाया गया था। रोहताश शर्मा ने बताया कि इस मामले में एफआईआर जून 2019 में घरौंडा थाने में दर्ज कराई गई थी, मगर एफआईआर दर्ज होने के बाद केस की जांच तेज नहीं हो रही थी। मामले में कार्रवाई को लेकर शिकायतकर्ता रोहताश शर्मा एवं अन्य युवाओं ने गत दिनों गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की थी। गृह मंत्री ने मामले में एसपी करनाल को जांच कर तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। 

अब पुलिस ने कुछ दिन पहले ही आरोपी महिला परवेश कुमारी को गिरफ्तार किया है। इसके बाद पुलिस ने मंजूर अहमद गनी नामक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। मंत्री विज का आभार जताने के लिए उनके आवास पर रोहताश शर्मा के अलावा भाजपा मीडिया प्रभारी भारत कोछर सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे।

सेना भर्ती के लिए युवाओं को ले जाते थे श्रीनगर
रोहताश शर्मा ने बताया कि ठग गिरोह के सदस्य युवाओं को सेना में भर्ती कराने के नाम पर फंसा लेते थे। प्रत्येक युवक से लगभग सवा 4 लाख रुपए राशि भर्ती के नाम पर ली जाती थी। सैकड़ों युवाओं से करोड़ों रुपए ठगी की गई थी। उनके संस्थान के 110 छात्र इस ठग गिरोह का शिकार हुए थे। इन युवाओं को भर्ती के नाम पर पहले श्रीनगर ले जाकर उनका मेडिकल कराया जाता था, फिर नियुक्ति पत्र भी भेजे जाते थे।
 

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Content Writer

Shivam