प्रॉपर्टी के लिए गैंगस्टर अशोक राठी ने ले ली थी सास व साले की जान, पत्नी की भी करा दी थी हत्या

11/17/2019 12:25:57 PM

गुडग़ांव (रीतेश): कुख्यात गैंगस्टर अशोक राठी को अलीपुर स्थित उसके घर मेें घुसकर गोली मारने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। अशोक को तीन गोलियां लगी हैं और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। वह कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था। इस मामले में पुलिस का दावा है कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ आरोपितों तक नहीं पहुंच पाया है। हालांकि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमों का गठन किया गया है जिसमें अपराध शाखा भी शामिल है। 

दो दर्जन से अधिक दर्ज हंै मामले:-गैगेस्टर अशोक राठी करीब 25 से ज्यादा मामलों में आरोपी है। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, फिरौती जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। अपनी सास और साले की हत्या के मामले में राठी को पलवल की अदालत ने उम्रकैद सुनाई थी। वहीं, यूपी में एक हत्या के मामले में 10 साल की सजा सुनाई थी।हरियाणा में चल रहे एक अन्य मामले में 24 मार्च 2014 को यूपी पुलिस राठी को कोर्ट में पेश करने गुडग़ांव लाई थी, लेकिन राठी एक होटल पर यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल को शराब पिला फरार हो गया था। हालांकि 24 घंटे के अंदर ही राठी को दोबारा गिरफ्तार कर लिया था। पत्नी की भी करा दी हत्या:-नवम्बर 2015 में अशोक की पत्नी ने उस पर भोंडसी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।

सुषमा ने आरोप लगाया था कि अशोक जेल से उसे जान से मारने की धमकी देता था। 2 सितंबर 2016 की सुबह सुषमा अपनी बेटी को स्कूल छोडऩे के लिए स्कूटी पर जा रही थी। बेटी जीडी गोयनका स्कूल बस सवार हो कुछ दूर ही गई थी कि सेंट्रो कार में आए हमलावरों ने सुषमा पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। उसको अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, अशोक ने अपनी पत्नी की हत्या को कबूल किया है।

राठी का आपराधिक सफर 1999 से शुरू हुआ
वहीं, अशोक की बड़ी अपराधिक पृष्ठभूमि है और वारदातों को लंबी फेहरिस्त। पुलिस के अनुसार, भोंडसी के गांव अलीपुर निवासी अशोक राठी का आपराधिक सफर साल 1999 में शुरू हुआ था। इस साल वह लूट व डकैती की 3 वारदातों में शामिल था और पहली बार पुलिस रिकॉर्ड में उसका नाम आया। जिसके बाद साल 2001 में गुडग़ांव में लूट के दौरान एक व्यक्ति की उसने हत्या की। इसके बाद वह अपने गुर्गों के साथ गनपॉइंट पर लूट, कार लूट, डकैती और रंगदारी की वारदात करने लगा।

शहर के हरीश बेकरी से रंगदारी मांगने में भी इसका नाम सामने आया था। यही नहीं, पुलिस रिकार्ड के अनुसार, अशोक पर यह आरोप लगा कि उसने अपने साले धर्मेंद्र व सास अंगूरी देवी की हत्या साल 2011 में की थी। 9 अगस्त 2011 को पलवल के सदर थाना एरिया में खेतों में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। गांव की सुषमा से प्रेम विवाह करने के बाद वह उसकी प्रॉपर्टी लेना चाहता था। इसमें साले व सास इसमें रोड़ा बने हुए थे। इस मामले में साल 2014 से वह जेल में सजा काट रहा था। 24 मार्च 2014 को पुलिस हिरासत से भाग गया था, लेकिन अगले ही दिन पकड़ा गया था।
 

Isha