गन्नौर-समालखा की मार्केट को गम दे गया निरंकारी संत समागम

11/28/2018 9:58:02 AM

सोनीपत(दीक्षित): सोनीपत में गन्नौर-समालखा के बीच भोडवाल माजरी में 3 दिवसीय संत समागम यहां की शांत पड़ी मार्केट को नई संजीवनी दे गया। समागम से करीब 15 दिन पहले श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था और अब 10 दिसम्बर तक वापस जाना जारी रहेगा। करीब एक माह की इस चहल-पहल ने यहां के बाजारों में रौनक ला दी। खास बात यह है कि साऊथ व देश के अन्य हिस्सों से आए लोगों ने सबसे ज्यादा खरीददारी कम्बलों की की। 

समागम में 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे। सोनीपत व पानीपत के बीच में हाईवे पर करीब 600 एकड़ के पंडाल में संत निरंकारी समागम का आयोजन 24 से 26 नवम्बर तक हुआ। पहली बार हरियाणा में हुए इस समागम का आयोजन इससे पहले दिल्ली के बुराड़ी में होता रहा है लेकिन वहां पर जाम की समस्या को देखते हुए इस बार यह आयोजन यहां किए जाने का मन संत निरंकारी मिशन ने बनाया था। सतगुरु सुदीक्षा महाराज का पहली बार इतने बड़े समागम में प्रवचन करना भी चर्चा का विषय रहा।  

सोनीपत के ढाबे, तो पानीपत के कम्बल रहे पहली पसंद : 
केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक व पश्चिम बंगाल से आए श्रद्धालुओं को पानीपत में बने कम्बल व सोनीपत के लजीज व्यंजनों के लिए मशहूर ढाबे भा गए। समालखा की मार्कीट में कम्बल खरीदने के 15 दिन तक सुबह से शाम तक भीड़ लगी रहती तो इधर, सोनीपत के मुरथल में ढाबों व होटलों में स्वादिष्ट भोजन खाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। 

बर्तन बेचने वालों व डाक्टरों ने भी बेचे कम्बल : 
15 दिन तक कम्बलों की मांग किस कदर रही, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि समालखा की मार्कीट में बर्तन बेचने से वाले से लेकर चिकित्सक तक ने कम्बल बेचे। यह बात अलग है कि इन लोगों ने अपनी दुकान से दूसरी जगह पर स्टॉल लगाकर कम्बलों की बिक्री की। भोडवाल माजरी रेलवे स्टेशन तो इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना रहा क्योंकि यहां पर कपड़ों से लेकर बर्तनों तक अनेक स्टॉल लगाए गए थे। 

Rakhi Yadav