बंधवाड़ी स्थित कूड़े के पहाड़ में लगी भीषण आग

4/23/2024 5:59:52 PM

गुड़गांव, (ब्यूरो): गुड़गांव के गांव बंधवाड़ी में बने कचरा निस्तारण प्लांट में लगे कूड़े के ढेर में आग लग गई। 24 घंटे में यह दूसरी बार है जब यहां कूड़े के ढेर में आग लगी है। सूचना मिलते ही दमकल की एक दर्जन गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। आग को बुझाने के लिए मौके पर 7 पोकलैंड मशीनें भी लगाई गई जिनकी मदद से कूड़े को उठाकर अंदर की तरफ पानी डाला गया। करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। 

गुड़गांव की खबरों के लिए इस लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर क्लिक करें।

 

दमकल अधिकारी मनोज कादयान के मुताबिक, गुड़गांव फरीदाबाद रोड़ पर बने बंधवाड़ी प्लांट में कूड़े के पहाड़ में सुबह 5.15 आग लगने लगी थी । मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन जब आग काबू से बाहर हो गई तो इसकी सूचना फायर विभाग को दी गई जिसके बाद  गुड़गांव फायर विभाग की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां मौके पर पहुँची । 

 

अधिकारी की माने तो  24 घंटे के भीतर बंधवाड़ी स्थित कूड़े के पहाड़ में दो बार आगजनी की घटना सामने आई है। पहली घटना कल शाम तकरीबन 6 बजे सामने आई थी जब कूड़े के पहाड़ में आग लग गई थी। दमकल विभाग की कड़ी मशक्कत के बाद आज सुबह 3 बजे उस आग पर काबू पाया गया, लेकिन 2 घंटे ही बीते थे कि दोबारा से कूड़े के पहाड़ में सुबह तकरीबन 5 बजे कूड़े के पहाड़ में एक बार फिर से भीषण आग लग गई। 

 

आपको बता दें कि दो दिन पहले नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर ने कचरा निस्तारण प्लांट का दौरा किया था। इस दौरान प्लांट मैनेजेंट और नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वह वह प्लांट में आग की घटनाओं से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करें। इस दौरान अधिकारियों व प्लांट प्रबंधन ने पुख्ता इंतजाम होने के दावे भी किए थे, लेकिन यहां लगी आग ने इन दावों की पोल खोल दी है। वहीं, आग लगने की इस घटना से पूरे क्षेत्र में धुआं हो गया जिसके कारण आसपास के लोगों का प्रदूषण से बुराहाल हो रहा है। 

 

 यह कोई पहली बार नहीं है जब इस कूड़े के पहाड़ में इस तरह से आग लगी हो। आंकड़े बताते हैं कि साल 2014 में भी इसी तरह की आग लगी थी जिसको बुझाने में 3 दिन तक दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत की थी तो वही 2022 में भी कूड़े के पहाड़ में इसी तरह से आग लगी थी जिस पर दो दिन बाद काबू पाया गया था। 

Content Editor

Pawan Kumar Sethi