गौशालाओं ने किया गौवंश लेने से इंकार

9/15/2019 1:55:33 PM

लाडवा (शैलेंद्र) : सड़कों पर घूम रहे गौवंश जहां मुसाफिरों के लिए यमराज बने हुए हैं, वहीं गौवंश की बेकद्री हो रही है। लाडवा नगर पालिका ने लाडवा में सड़कों पर घूम रहे गौवंश से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए गौवंश को पकड़कर गौशालाओं में छोडऩे का अभियान शुरू किया था। 2 दिनों में न.पा. टीम ने शहर में घूम रहे दर्जनों गौवंश में से करीब 15 गौवंश पकड़े थे। पकड़े गए इन गौवंश को गौशाला में छोड़ा गया।

गौशालाओं में जगह न होने की बात कहकर गौशाला संचालकों ने आगे गौवंश को लेने से इंकार कर दिया। गौशालाओं के इंकार करने से यह अभियान चलने से पहले ही बंद हो गया। न.पा. प्रशासन को भी पकड़े गए गौवंश को छोडऩे के लिए जगह न मिलने से उनको परेशानी हुई और उन्होंने यह अभियान मजबूरन बंद करना पड़ा। न.पा. के इस अभियान ने मात्र दो दिनों में ही उस समय यह दम तोड़ दिया जब गौशालाओं ने नपा द्वारा पकड़े गए गौवंश को लेने से मना कर दिया।

बड़ी मशक्कत के बाद न.पा. की टीम द्वारा 15 की संख्या में पकड़े गए गौवंश को करीब 10 किलोमीटर दूर एक गौशाला में छोडऩे में कामयाब हो पाई, जिसके बाद यह अभियान अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। न.पा. सफाई दरोगा ऋषिपाल ने बताया कि कि न.पा. की टीम पकड़े गए गौवंश को लाडवा की श्रीकृष्ण गौशाला में छोडऩे के लिए गई, लेकिन गौशाला के पदाधिकारियों ने उसे लेने से मना कर दिया।

इसके बाद गांव मथाना-मनियरपुर की गौशाला में गौवंश को ले गए, जिसे बड़ी मुश्किल से वहां के प्रबंधक लेने को तैयार हुए। मथाना गौशाला ने भी इसके बाद किसी भी गौवंश को वहां लेने से मना कर दिया। गौशालाओं द्वारा गौवंश को लेने से इंकार करने के बाद शहर में घूम रहे गौवंश को पकडऩे के काम को फिलहाल बंद कर दिया गया है। 
 

Shivam