स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच गिरोह का किया भंडाफोड़, तीन लोग गिरफ्तार

9/12/2020 5:02:34 PM

हथीन (ब्यूरो): जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर मुकदमा दर्ज कराया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी पलवल को एक गुप्त सूचना मिली कि राजूद्दीन व सुनील नाम का व्यक्ति पलवल के कुछ क्षेत्रों से गर्भवती महिलाओं को दिल्ली ले जाते हैं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों की लिंग जांच कराते हैं। जिसकी एवज में वह 40 हजार से 50 हजार रुपये वसूलते हैं। 

इसकी जांच के लिए सिविल सर्जन पलवल ने डॉक्टर जगदीश प्रसाद, डॉक्टर निधि सरोद, डीसीओ कृष्ण कुमार, लीगल एडवाइजर संजय गुप्ता को जांच के लिए अधिकृत किया। जांच टीम ने एक नकली ग्राहक तैयार किया और जिसका संपर्क राजूदिन से करवाया। राजूद्दीन ने नकली ग्राहक को जग प्रवेश हॉस्पिटल शास्त्री नगर दिल्ली में बुलाया। टीम नकली ग्राहक को अपने साथ लेकर जग प्रवेश हॉस्पिटल के पास पहुंची जहां उनकी मुलाकात राजुद्दीन से हुई। 

राजूद्दीन ने कुछ देर अपने फोन पर बात करने के बाद सौदा 40 हजार रुपये में तय किया। इसके पश्चात वह नकली ग्राहक को एक थ्री व्हीलर में बैठा कर लोनी चक्कर नई दिल्ली ले गया। जहां राजूद्दीन ने नकली ग्राहक को मनोज नाम के लड़के को दे दिया जो कि वह उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर लोनी बॉर्डर की तरफ चल दिया। 

टीम लगातार इनका पीछा करती रही। कुछ दूरी पर जाने के बाद मनोज ने नकली ग्राहक को ज्ञान नाम के लड़के के हवाले कर दिया जो कि ज्ञान अपनी मोटरसाइकिल पर उसको दिल्ली डायग्नोस्टिक सेंटर लोनी गाजियाबाद में लेकर गया । जहां पर उसका अल्ट्रासाउंड करा कर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जांच कराया और उसके घर में लड़की होना बताया। जिसके बाद नकली ग्राहक को वापस लेकर लोनी गोल चक्कर दिल्ली की तरफ आने लगा और रास्ते में नकली ग्राहक को अन्य व्यक्ति जोगिंदर के हवाले कर दिया और जोगिंदर नकली ग्राहक को लेकर लोनी गोल चक्कर पर आ गया जहां पर राजूद्दीन पहले से ही मौजूद था। 

इसके बाद दोनों नकली ग्राहक को वापस छोडऩे के लिए जग प्रवेश अस्पताल पर आए जहां पर टीम ने दोनों को काबू कर लिया राजूद्दीन की तलाशी में 16 हजार रूपए उसकी जेब से बरामद हुए। जोगिंद्र की तलाशी में 4 हजार रूपये बरामद हुए। दोनों ने बताया कि वह लिंग जांच कराने का काम सुनील नाम के व्यक्ति के मार्फत करवाते हैं। जिसके बाद इन दोनों की निशानदेही पर सुनील को वही पास की ही लैब से काबू किया। जिनको लेकर टीम लोनी स्थित दिल्ली अल्ट्रासाउंड एंड डायग्नोस्टिक सेंटर पर गई। लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही ज्ञान व अल्ट्रासाउंड करने वाला डॉक्टर वहां से फरार हो गया। 

इसके बाद टीम तीनों दोषियों को अपने साथ लेकर न्यू उस्मानपुर थाने गई जहां पर टीम ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की। परंतु एसएचओ उस्मानपुर ने यह कहते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया कि अपराध का होना पलवल से शुरू हुआ है। इसलिए पलवल जिले में इस मुकदमे को दर्ज कराया जा सकता है जिसके बाद टीम तीनों आरोपियों को लेकर सिटी पलवल थाने आई और एक लिखित तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ एक एफ आई आर दर्ज कराई है अब आगे की त तीश पुलिस कर रही है और बाकी दोषियों की भी गिर तारी जल्द की जाएगी।

vinod kumar