बांग्लादेश से लाकर युवती को देह व्यापार में धकेला, जान बचाकर युवती पहुंची पलवल कोर्ट

4/25/2023 2:20:57 PM

पलवल (गुरुदत्त गर्ग): जिला अदालत में सोमवार को एक प्रेमी जोड़े ने पुलिस सुरक्षा की गुहार करते हुए एप्लीकेशन लगाई थी। प्रेमी जोड़े में युवक पलवल जिले के गांव का रहने वाला था जबकि उसकी पत्नी के रूप में जो महिला जिला अदालत में सुरक्षा की गुहार करने गई थी वह महिला बांग्लादेश की रहने वाली थी। अदालत के द्वारा विदेशी महिला से पासपोर्ट और वीजा आदि की मांग किए जाने पर वह मांगे गए वैध कागजात नहीं दिखा पाई। जिस पर अदालत ने स्टेट क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पलवल, सीडब्ल्यूसी तथा लोकल पुलिस को मामले की गहनता के साथ जांच करने के आदेश दे दिए।

सेल्स व मार्केटिंग की नौकरी का दिया था झांसा

मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश से मार्केटिंग और सेल्समैन की नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लाई गई युवती को मानव तस्करी से जुड़े लोगों ने देहव्यापार के धंधे में धकेल दिया। युवती ने बुरे धंधे से निकलने के लिए पलवल के एक युवक से प्यार हो जाने के बाद उससे शादी कर ली। शादी करने के बाद युवती अपने  प्रेमी के साथ जिला अदालत में सुरक्षा की मांग करने गई थी। जहां पर विदेशी महिला के मामले में माननीय जिला एवं सेशन जज ने जांच के आदेश दे दिए। जिसके बाद पलवल सीडब्ल्यूसी, एएचटीयू तथा लोकल पुलिस जांच में जुटी गई है। मामले के तार बहुत बड़े सेक्स स्कैंडल और मानव तस्करी से जुड़े हुए हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश से लाई गई युवती का धर्म परिवर्तन कर उसकी दो बार आईडी भी बनवाई गई। इस समय लड़की के पास दिल्ली का बना हुआ आधार कार्ड है। लेकिन उसके पास ना तो बांग्लादेश का पासपोर्ट था और ना ही भरतीय वीजा मिला है।  

नदी के रास्ते बंग्लादेश से भारत आई थी युवती

सीडब्ल्यूसी पलवल एएचटीयू तथा लोकल पुलिस की पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि वह बांग्लादेश से 28 फरवरी को रात्रि में नदी के रास्ते बांग्लादेश के बॉर्डर पार कर भारत पहुंची। उसके बाद सियालदह रेलवे स्टेशन से होते हुए एक फरवरी  को दिल्ली पहुंची थी। जहां पर उसे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। उसे एक कमरा देकर खाना पानी दिया जा रहा था और कस्टमर की कॉल आने पर अनजान कस्टमर की सैक्स पूर्ति के लिए भेज दिया जाता था। सेक्स के लिए दिन में भी और रात में कभी भी कॉल आने पर उसे जाना पड़ता था। 

कस्टमर से एक नाइट के चार से पांच-हजार लिए जाते थे

उसने बताया कि किसी तरह से पलवल निवासी एक युवक से सम्पर्क में आने के बाद वह पलवल पहुंची।  लगभग 20 से 22 वर्षीय महिला ने बताया कि उसे बांग्लादेश से भारत में सेल्स वूमेन कि नौकरी देने के बहाने भारत में लाया गया था। लेकिन यहां पर उसे देह व्यापार करने वाले लोगों के हाथों में सौंप दिया गया। जहां पर वह पिछले करीब 3 महीने से फंसी हुई थी। जहां से उसे रोजाना होटलों में देह व्यापार के लिए भेजा जाता था। पीड़ित युवती और उसके साथ जिला अदालत पहुंचे युवक ने बताया कि उसे दिल्ली से देह व्यापार के लिए बल्लभगढ़ के होटलों में भी भेजा जाता था। जिसके लिए कस्टमर से एक नाइट के चार से पांच हजार रुपये वसूले जाते थे। देहव्यापार के धंधे में फंसी युवती किसी तरह वहां से निकलना चाहती थी। जिसके लिए उसने पलवल के उस युवक से दिल्ली के एक मंदिर में शादी कर ली और शादी के बाद दोनों ने पलवल जिला अदालत में सुरक्षा के लिए गुहार लगाई थी। जिस पर अदालत ने इस मामले को बेहद संगीन मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जिस पर सीडब्ल्यूसी ,एएचटीयू तथा स्थानीय पुलिस जांच में जुट गई है।

करीब एक दर्जन लड़कियों को बंग्लादेश से लाय गया था भारत

मानव तस्करी और देह व्यापार के इस मामले में शक्ति वाहिनी नामक एनजीओ की मदद ली जा रही है, जो बांग्लादेशियों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में काम करती है। शक्ति वाहनी के क्षेत्रीय पदाधिकारी ऋषिकांत ने बताया कि विदेशों से ह्यूमन ट्रैफिकिंग और देह व्यापार के मामलों की एनआईए द्वारा जांच की जाती है। यह कोई छोटा मामला नहीं है। वहीं पीड़िता के अनुसार जिस समय उसे बांग्लादेश से भारत लाया जा रहा था, उस समय उसके साथ तेरह-चौदह लड़कियां आईं थी। इनमें से अधिकांश को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया गया। इससे बड़ा अपराध नागरिकता का है। बांग्लादेश से बहुत बड़े स्कैंडल के चलते लोगों को भारत में भेजा जाता है। यह बहुत सोची समझी साजिश के तहत हो रहा है। जिसकी एनआईए के द्वारा जांच होनी चाहिए।

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Content Editor

Mohammad Kumail