PGi में बच्ची को नहीं मिला वेंटिलेटर, 8 घंटे बाद मासूम हार गई मौत से जंग... नहाते समय हुआ था हादसा
punjabkesari.in Sunday, Jun 01, 2025 - 02:10 PM (IST)

रोहतक: सोनीपत से शनिवार दोपहर करीब 2 बजे गंभीर हालत में रेफर होकर पीजीआई पहुंची एक साल की प्रियंसिता यहां करीब आठ घंटे जिंदगी के लिए जूझती रही। यहां रात करीब 10 बजे उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि बच्ची की गंभीर हालत के चलते वेंटिलेटर की जरूरत थी। पीजीआई में वेंटिलेटर खाली नहीं मिला। इधर, पीजीआई प्रशासन ने बच्ची का जीवन बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का दावा किया है।
परिजनों का आरोप है कि बच्ची नहाते समय बाथ टब में डूब गई थी। उसे परिजन गंभीरता हालत में सोनीपत अस्पताल ले गए। यहां से चिकित्सक ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। बच्ची को वेंटिलेटर की जरूरत थी। इस बारे में परिजनों ने चिकित्सकों से आग्रह भी किया, वेंटिलेटर नहीं मिला।
मूलरूप से मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ओटापुर्वा गांव हाल सोनीपत के गांव रायपुर के रहने वाले पवन का कहना है कि वह राजमिस्त्री है। उनकी दो बेटियां थीं। बड़ी ढाई साल तो छोटी एक साल की। नहाते समय वह कैसे टब में गिरी, पता नहीं। बेटी का आधा शरीर टब के बाहर था व आधा अंदर।
हालांकि पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. कुंदन मित्तल सोनीपत से गंभीर हालत में संस्थान लाई गई बच्ची का इलाज किया गया है। उसकी हालत नाजुक थी व बचने की संभावना नहीं थी। विभाग में वेंटिलेटर खाली नहीं था, इसलिए वेंटिलेटर नहीं मिल पाया। बच्ची के लिए हर संभव प्रयास किया गया है।