स्वर्ण जयंती समापन समारोह में हरियाणा की जनता को CM की मनोहर सौगात

10/31/2017 5:29:19 PM

हिसार(विनोद सैनी): हिसार के महावीर स्टेडियम में हरियाणा स्वर्ण जंयती खेल महाकुंभ के समापन अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के मातृभाषा सत्याग्रहियों की विधवाओं तथा एमरजेंसी के दौरान जेल में बंद रहे लोगों को जीवनभर और मृत्युपरांत उनकी विधवाओं को आजीवन 10 हजार रूपए प्रतिमाह पेंशन देने की घोषणा की। उन्होंने द्वितीय महायुद्ध में काम आए हरियाणवी सैनिकों तथा उनकी विधवाओं को मिलने वाली 4500 रूपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता को बढ़ाकर उसे भी 10 हजार रूपए प्रतिमाह करने की भी घोषणा की है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने स्वतंत्र भारत द्वारा लड़े गए युद्धों तथा भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए आंतकवादियों से निपटते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले हरियाणा के शहीदों के आश्रितों को नौकरी देने का बीड़ा उठाया था। उन्होंने कहा कि आपको हैरानी होगी कि 47 वर्ष में जो काम न हो सका वो हमने तीन साल में करके दिखाया है। हमने 156 शहीदों के आश्रितों को विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियां दी हैं। इनमें सेना के 130, बीएसएफ के 12, सीआरपीएफ के 14 शहीदों के आश्रित शामिल हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे याद है कि 1966 में हमारे गांव बनियानी में बिजली न थी। स्कूल से छुट्टी होने पर घी में तैरती रोटियों से भरे कटोरदान को खेत में काम करते मजूदरों तक ले जाने के लिए मैं कच्चे रास्तों पर भागते-भागते जाता और शाम को मिट्टी के तेल से जलने वाली लालटेन की रोशनी में पढ़ाई किया करता। आज हरियाणा में मिट्टी का तेल तो ढूंढे से नहीं मिलता और हमारी सरकार 1200 से अधिक गांवों को 24 घण्टे बिजली दे रही है। कल से रबी की बिजाई के लिए कृषि क्षेत्र के लिए पहली बार हर दिन 10 घंटे के लिए बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त भी हमने अनेक कीर्तिमान बनाए हैं। इज आफ डूईंग बिजनेस में हम 14वें से छठे स्थान पर पहुंचे हैं। प्रदेश में लिंगानुपात को तीन दशकों के बाद 900 के पार 937 तक पहुंचाकर हमने कन्या भ्रूण हत्या के कलंक को धो दिया। हमारी सरकार वृद्धों, विधवाओं व दिव्यांगों को देश में सर्वाधिक 1600 रुपए मासिक की पेंशन दे रही है।