गोरखा हत्याकांड: 48 घंटों में पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, रंजिश के चलते भरे बाजार में मारी थी गोलियां

2/6/2021 6:34:07 PM

कुरुक्षेत्र (विनोद): कुरुक्षेत्र के सलारपुर रोड पर रवि उर्फ गोरखा के हत्याकांड को मात्र 48 घंटों में सुलझाते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने साजिश के तहत रवि को भरे बाजार में गोलियों से छलनी कर दिया था। बताया जा रहा है कि रवि की हत्या पुरानी रंजिश के कारण की गई, जिस मामले वह 2 साल की जेल काट चुका है। इसी साल जनवरी महीने वह जमानत पर आया था।

पुलिस के मुताबिक, रवि उर्फ गोरखा के हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए पांच आरोपी सौरभ, राहुल, आशीष, संदीप व राजू उर्फ संजय को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से वारदात में प्रयोग की गई कार, हथियार, मोटरसाईकिल तथा मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है। 

कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने बताया कि 3 फरवरी को सुबह 11 बजे सलारपुर रोड पर कार सवार अज्ञात लोगों द्वारा रवि उर्फ गोरखा वासी अमीन की अंधा-धुंध गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई साहिल ने पुलिस को बताया था कि उसके बड़े भाई रवि का करीब 2 साल पहले गांव मे झगड़ा हो गया था, जिस मामले में रवि जेल जा चुका था। रवि 12 जनवरी को जमानत पर आया हुआ था। 

साहिल ने बताया कि घटना के दिन रवि और उसकी महिला दोस्त की बहन बोलेरा कार में कुरूक्षेत्र किसी काम से आया था। जिसके बाद उसको सूचना मिली कि उसके भाई रवि को 4-5 लड़कों गोली मार दी है, जिसे इलाज के लिए सिग्रस अस्पताल ले जाया गया है। वहां पहुंचने पर रवि की महिला दोस्त की बहन ने बताया कि अनाज मंडी की तरफ से एक रिट्ज कार में आए 4-5 लड़कों रवि पर ताबड़-तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। 

रवि अपनी जान बचाने के लिए भागा लेकिन थोड़ी ही दूर पर वह सड़क पर ही गिर गया, तब भी लड़कों ने उस पर फायरिंग कर दी। भीड़ जमा होते देख आरोपी मौके से फरार हो गए। राहगीरों ने रवि को ईलाज के लिए अग्रवाल अस्पताल में ले गए थे। जहां से रवि को सिग्नस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक रवि की मौत हो चुकी थी। 



साहिल ने बताया कि रवि की जेल में और बाहर भी कई लोगों से रंजिश चल रही थी। जिसकी शिकायत पर पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। पुलिस की एक टीम को गुप्त सूचना मिली कि रवि की हत्या के आरोपी समानी पुल के करीब जीटी रोड पर कार सहित खड़े हैं, जिस पर तुरंत छापेमारी कर चार आरोपियों को कार सहित काबू कर लिया गया। 

आरोपियों पहचान सौरभ, राहुल वासी अमीन व संदीप उर्फ संजीव व राजु उर्फ संजय वासी दाहोड़, मुजफ्फरनगर उतरप्रदेश के रूप में हुई। तलाशी लेने पर संदीप से एक देशी कट्टा, सौरभ से एक देशी पिस्टल, एक मोबाइल फोन व कार की एक जाली नम्बर प्लेट, राहुल से एक देशी पिस्टल, एक मोबाइल फोन व एक डोंगल और राजू से एक देशी कट्टा व एक खोल कारतूस व एक मोबाइल फोन बरामद किया। 

आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि सौरभ के पिता पर रवि ने जानलेवा हमला किया था। आरोपी सौरभ के खिलाफ 2018 में असला अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज हैं। आरोपी सौरभ अंकुश का दोस्त था, जिसकी हत्या रवि व उसके साथियों ने कर दी थी। इन्हींं बातों को लेकर इनकी आपस में रंजिश चल रही थी। जिसका बदला लेने की नियत से सौरभ ने राहुल, राजू, संदीप व आशीष से सम्पर्क करके रवि की हत्या की योजना बनाई। 

योजना के मुताबिक, आरोपी सौरभ ने अपनी रिट्ज कार पर जाली नम्बर प्लेट लगा कर आशीष उर्फ रमन वासी अमीन को रवि की रैकी करने का काम दिया। 03 फरवरी को आशीष अपनी मोटरसाईकिल स्प्लेंडर पर रवि की कार का पीछा कर रहा था और उनको उसकी सूचना दे रहा था। पुलिस ने आशीष को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से वारदात के समय प्रयोग की गई मोटरसाईकिल व मोबाईल फोन भी बरामद कर लिया गया। 

आरोपियों से गहनता से पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि संदीप के खिलाफ थाना मंडी मुजफ्फरनगर में वर्ष 2006 में हत्या का मामला दर्ज है। आरोपी संदीप उर्फ संजीव के खिलाफ हत्या व असला अधिनियम के 04 मामले दर्ज हैं। आरोपी राजू उर्फ संजय के विरुद्ध थाना खतौली में वर्ष 2016 में हत्या का मामला दर्ज है, जिनकी जांच जारी है।

 

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Content Writer

Shivam