दाल में काला, तभी सरकार माइनिंग व धान घोटाले की जांच नहीं करवाती : हुड्डा

12/18/2019 12:39:06 PM

सिरसा : नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि दाल में काला है,तभी सरकार माइनिंग व धान घोटाले की जांच नहीं करवाती है। हुड्डा ने आज चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ है तो इन घोटालों की जांच करवाने में सरकार को संकोच नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि धान घोटाले को लेकर सरकार के मंत्री अलग-अलग राय व्यक्त कर रहे हैं लेकिन इसका नुक्सान तो किसान को झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार को गन्ने का दाम बढ़ाना चाहिए था,क्योंकि पिछले 5 वर्ष से दाम नहीं बढ़ाए गए। उन्होंने राज्य में बुढ़ापा पैंशन बढ़ाने के फार्मूले पर सवाल उठाते हुए कहा कि गठबंधन सरकार को इस बारे में स्पष्ट करना चाहिए कि पैंशन कब, कैसे और किस फार्मूले से कितनी बढ़ेगी।

किस दिशा में सरकार चल रही है?
हुड्डा ने सवाल किया कि क्या गठबंधन सरकार चल रही है। आज तक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय नहीं हो पाया,किस दिशा में सरकार चल रही है, किसी को पता नहीं। भाजपा-जजपा सरकार को अपने वायदे पूरे करने चाहिए थे,लेकिन कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार को मेरी शुभकामनाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई ऐसा विभाग नहीं,जिसमें भ्रष्टाचार नहीं हो रहा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भले ही भ्रष्टाचार कम होने का दावा करते रहें,लेकिन असलियत यह है कि भ्रष्टाचार चरम पर है और आम लोगों को अपने काम करवाने में दिक्कतें आ रही हैं।

उन्होंने कहा कि आने वाले बजट सत्र से यह पता चलेगा कि सरकार लोगों के हित में क्या करने जा रही है और उसके बाद ही कांग्रेस अपनी रणनीति तय करेगी। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर चल रहे विवाद के संदर्भ में हुड्डा ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर ङ्क्षहसा होना अच्छी बात नहीं है, क्योंकि ङ्क्षहसा से किसी बात का समाधान नहीं होता,गांधी जी अङ्क्षहसा के पुजारी थे। 

Isha