पीड़ित परिवार को सहायता चैक देकर सरकार ने निंदनीय प्रयास किया है: सुरजेवाला

9/17/2018 9:28:38 AM

चंडीगढ़(धरणी): रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म मामले में खट्टर सरकार और हरियाणा पुलिस के संवेदनहीन रवैये और लचर कार्यवाही की कड़ी निंदा करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इनके निकम्मेपन के चलते हरियाणा प्रदेश सबसे अधिक सामूहिक बलात्कार के मामलों में पूरे देश में बदनाम हो गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा इस मामले पर कार्यवाही करना तो दूर पत्रकारों के सवाल पर उल्टा अपना आपा खोकर उन पर भड़कने से पता चलता है। सत्ता का घमंड भाजपा नेताओं के सर चढ़ कर बोल रहा है और उन्हें सत्ता से हटाने का उचित समय आ गया है।

सुरजेवाला ने कहा कि छात्रा से गैंगरेप जैसी शर्मनाक घटना के चार दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। सरकार की और से पीड़ित परिवार को सहायता चेक देकर लज्जित किये जाने का निंदनीय प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेटियों की रक्षा करने में असक्षम खट्टर सरकार शासन का अधिकार खो चुकी है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिये।

हरियाणा विधानसभा में दिए सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है। तब से गैंगरेप, बलात्कार, महिलाओं के अपहरण व स्नेचिंग आदि महिला विरुद्ध अपराधों में भारी बढ़ोतरी हुई है। जिससे प्रदेश की महिलाएं पूर्णतया असुरक्षित महसूस कर रही हैं। सितम्बर 2014 से अगस्त 2015 के बीच राज्य में बलात्कार की 961 घटी। जो सितम्बर  2015 से अगस्त 2016 के बीच 1026, सितम्बर  2016 से अगस्त 2017 के बीच 1193  और सितम्बर 2017 से जून 2018 तक 1413 बलात्कार हुए, जिससे प्रदेश में बिगड़ रही स्थिति का पता चलता है। 

सुरजेवाला ने कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़ें भी बताते हैं कि प्रदेश में वर्ष 2016 में हत्या के 1090, बलात्कार के 1198, सामूहिक बलात्कार के 191 और अपहरण के 4019 मामले दर्ज हुए, जिसका मतलब है कि प्रदेश में हर रोज़ लगभग तीन हत्याएं, तीन बलात्कार और 11 अपहरण की घटनाएं घटी। लेकिन सरकार इसमें विफल होती नजर आ रही है। 

Rakhi Yadav