अब बिना ऑपरेशन के होगा पथरी का इलाज, सरकारी अस्पताल में ही मिलेगी ये खास सुविधा

12/28/2019 11:12:21 AM

पलवल (कुलवीर चौहान) : किडनी की पथरी के इलाज के लिए जिले के लोगों को अब दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। जिले के लोगों को नागरिक अस्पताल में ही यह सुविधा मिल पाएगी। मरीजों का इलाज बिना चीरफाड़ के इस तकनीक से किया जाएगा। इसके लिए सरकारी अस्पताल को लिथोट्रिप्सी यूनिट मिलने जा रही है। इस पर तकरीबन 1 करोड़ 70 लाख  खर्च किए जाएंगे। इस यूनिट को अस्पताल में लगने की हरी झंडी मिल चुकी है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक इसको लगाने का जिम्मा एक निजी कंपनी को दिया गया है। इसके लिए यह निजी कंपनी अस्तपाल का दौरा भी कर चुकी है।

इसके अलावा यह निजी कंपनी अस्पताल के स्टाफ को भी इसके लिए प्रशिक्षित करेगी। जिसमें एक सर्जन होगा और इसके अलावा दो टेक्नीशियन होंगे। मार्च माह तक इसके लगने की संभावना जताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक यह सुविधा अभी फ रीदाबाद के बीके अस्पताल में भी उपलब्ध नहीं है। इस यूनिट के लग जाने से पलवल जिले के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी। उल्लेखनीय है कि फिलहाल पलवल के नागरिक अस्पताल में किसी भी प्रकार का किडनी की पथरी का इलाज उपलब्ध नहीं है। पथरी की समस्या फिलहाल लोगों में आम हो चुकी है। इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अस्पताल द्वारा दूसरे जिलों में रैफर कर दिया जाता है।

इलाज के लिए मरीजों को मेडिकल कॉलेजों में रैफर किया जाता है। जिससे मरीजों को नूंह के नल्हड मेडिकल कॉलेज, रोहतक मेडिकल कॉलेज समेत दूर दूसरे जिलों में जाना पड़ता है। वहीं मरीज इसका इलाज सरकारी अस्पताल में ना होने के चलते प्राइवेट अस्पतालों का रुख करते हैं, जिससे मरीजों के पैसे खर्च होते हैं और आने जाने में समय भी लगता है। लेकिन अब जिले में ही इस तकनीक से इलाज की शुरुआत होने से लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। इसके जरिए किडनी की पथरी को बिना चीरफाड़ के ही निकाला जा सकेगा। 

न चीरा न लगेगा कोई टांका
अब बिना चीरा टांका के इस तकनीक के जरिए पथरी को क्रैश करके निकाला जा सकेगा। इससे मरीज को दर्द भी नहीं होगा और न ही ऑपरेशन का डर सताएगा। कई मरीज तो ऑपरेशन के भय से ही इलाज नहीं करवाते हैं। ऐसे मरीज भी अब किडनी स्टोन का बेफि क्र इलाज करवा पाएंगे। यह तकनीक पथरी को टुकड़ों में तोड़ देगी और फि र टुकड़े पेशाब के माध्यम से निकल जाएंगे। मरीज एक ही दिन में अपना ऑपरेशन करा सकेंगे और फि र उसी दिन अस्पताल में छुट्टी लेकर अपने घर भी जा सकेंगे।

Isha